सीएम के छापे के बाद दबोचा दलाल
देहरादून (ब्यूरो)। हाथीबड़कला पुलिस चौकी को दी गई तहरीर के मुताबिक ओएनजीसी में तैनात सीआईएसएफ कार्मिक प्रेम सिंह नेगी अगस्त 2021 में अपने बच्चों का लाइसेंस के लिए आरटीओ ऑफिस आए थे। इससे पहले कि वह ऑफिस में प्रवेश करते बाहर खड़े रवि रावत नाम के व्यक्ति ने कहा कि वह लाइसेंस बनवा देगा। उसे लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया की जानकारी है। इसके एवज में रवि ने प्रेम सिंह से पांच हजार रुपये मांग लिए। पैसे लेने के बाद रवि टाल-मटोल करने लगा। उसने न तो लाइसेंस बनवाया, न ही पैसे वापस किए। इसके अलावा होशियार सिंह रमोला नाम के व्यक्ति ने भी रवि रावत की शिकायत की है। बाइक की समय सीमा समाप्त होने के बाद नवीनीकरण कराने के लिए रवि ने उनसे 3000 रुपये लिए। इसके बाद भी काम नहीं किया और पैसे भी नहीं लौटाए। स्पष्ट होता है कि रवि रावत आरटीओ कार्यालय आने वाले व्यक्तियों को गुमराह कर रहा है। इससे विभाग की छवि भी खराब हो रही है। लिहाजा, संबंधित पर मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाए। आरटीओ की तहरीर के बाद पुलिस ने देर रात आरोपी रवि रावत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, मुकदमा दर्ज होने से पहले ही आरटीओ ने दलाल को भी पकड़ डाला।
एक दिन पहले दी थी वार्निंग
शुक्रवार को उन्हें सूचना मिली कि रवि रावत ऑफिस कैंपस में ही घूम रहा है। उन्होंने तत्काल प्रवर्तन सिपाहियों को साथ लेकर उसे दबोच लिया। साथ ही कंट्रोल रूम को सूचना देकर उसे हाथीबड़कला पुलिस चौकी के सुपुर्द कर दिया। आरटीओ प्रवर्तन का कहना है कि जो भी अनाधिकृत व्यक्ति आरटीओ परिसर में घूमते पाए जाएंगे, उनकी इसी तरह धरपकड़ की जाएगी। इसलिए एक दिन पूर्व ही इस संबंध में चेतावनी जारी कर दी गई थी।
बीते कई सालों से आरटीओ में दलालों की मनमानी चल रही थी। लाइसेंस बनवाने समेत कई कामों के लिए दलाल लोगों को घेरकर तीन गुना रकम वसूल रहे थे। कई बार इसका खुलासा हुआ। विजिलेंस ने दबोचे थे दो दलाल
2019 में विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की तो यहां प्रमुख सहायक की कुर्सी पर 6 हजार रुपये की रिश्वत वसूलते दो दलालों को गिरफ्तार किया था। 2021 में सचिव परिवहन ने भी आरटीओ ऑफिस के बाहर खड़े दलालों को लेकर आपत्ति जताई व बाहरी लोगों की एंट्री पर पाबंदी लगाई गई थी।
सुविधा देने नाम पर लूट
आरटीओ में अब किसी भी काम जैसे लाइसेंस, फिटनेस, ग्रीन कार्ड समेत तमाम काम के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है। लेकिन, कई बार साइट न चलने व जानकारी न होने के कारण आरटीओ की ओर से सीएससी के माध्यम से भी लोगों को सुविधा देने का प्रयास किया गया। सीएससी संचालक इसका फायदा उठाकर लोगों से ज्यादा रकम वसूलने लगे।
बुधवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने औचक निरीक्षण के दौरान नदारद मिले आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद आरटीओ प्रशासन की जिम्मेदारी भी आरटीओ एन्फोर्समेंट सुनील शर्मा को दी गई। प्रशासन का जिम्मा मिलते ही उन्होंने दलाल को दबोच लिया।