नौ महीने में भी खड़े नहीं हो पाए आरओबी के पिलर
देहरादून (ब्यूरो)। निरीक्षण के दौरान ईपीआईएल के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक अजीत कुमार ने विधायक को बताया कि आरओबी का निर्माण भंडारी बाग के छोर से शुरू किया जा रहा है। इसका दूसरा छोर रेसकोर्स की तरफ है। सर्वाधिक व्यवधान शुरुआती छोर पर ही हो रहा है। हालांकि, यहां पर पेड़ों के कटान के साथ बिजली, पानी व सीवर की लाइन को शिफ्ट किया जा चुका है। अब सिंचाई विभाग की तरफ से नहर शिफ्ट किए जाने का इंतजार है। जब तक नहर शिफ्ट नहीं हो जाती, तब तक पिलर खड़े करना आसान नहीं।
मार्च तक तैयार करने के निर्देश
इस पर विधायक विनोद चमोली ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि 15 दिन के भीतर नहर शिफ्ट कर दी जाए। साथ ही ईपीआइएल अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि इसके बाद काम की गति बढ़ाकर मार्च 2023 से पहले आरओबी को तैयार कर दिया जाए।
आरओबी की यह है प्रगति
भंडारी बाग की तरफ
-48 पाइल्स पर काम होना है और अभी 16 पाइल्स पर काम हो पाया है। अभी पिलर खड़े किए जाने बाकी हैैं।
रेसकोर्स की तरफ
-सभी 30 पाइल्स का काम पूरा हो गया है। 15 पिलर खड़े करने का काम शुरू।
'धूल के गुबार दूर करेंÓ
क्षेत्रीय विधायक ने साइट के निरीक्षण के दौरान ईपीआईएल अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण के दौरान धूल को रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जाए। इसके साथ ही सिंघल मंडी की तरफ जाने वाले मार्ग को ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि आसपास के काश्तकारों को नहर का पानी मिलने में दिक्कत हो रही है। लिहाजा, सिंचाई विभाग के अधिकारी जल्द इस समस्या को दूर करें।
लंबाई, करीब 550 मीटर
लागत, 47.15 करोड़ रुपये
मूल लागत, 38.62 करोड़ रुपये
यूटिलिटी शिफ्टिंग की लागत, 4.53 करोड़ रुपये
कार्य पूरा करने का लक्ष्य, मार्च 2023 काम जल्द पूरा होना जरूरी
शहर में जिस तरह से यातायात का दबाव बढ़ रहा है, उसे देखते हुए भंडारी बाग आरओबी बेहद अहम साबित होगा। इसके निर्माण के बाद सहारनपुर रोड, प्रिंस चौक और हरिद्वार रोड की तरफ जाने वाले वाहन यहां से गुजर सकेंगे। इससे वाहन चालकों को आढ़त बाजार के जाम से भी निजात मिलेगी। इसी तरह कारगी चौक और देहराखास की तरफ के वाहन भी यहां से सीधे प्रिंस चौक व हरिद्वार रोड के बीच आवागमन कर सकेंगे।