तकरीबन चार साल बाद दून-मसूरी रोपवे का निर्माण शुरू होगा। मसूरी को सीजन में जाम फ्री करने और टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रोपवे का निर्माण किया जा रहा है लेकिन स्थानीय लोग भूमि देने को तैयार नहीं हैं जिस कारण वर्ष 2019 से प्रोजेक्ट लटका हुआ है्र लेकिन अब मामला सुलझ गया है। पर्यटन विभाग के अफसरों ने बताया कि रोपवे को लेकर भूमि उपलब्ध गई है। प्रभावित लोग रोपवे को भूमि देने के लिए सहमत हो चुके हैं। प्रोजेक्ट्स को लेकर लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। यह रोपवे दून के पुरकुल से स्टार्ट हो रहा है जो मसूरी के गांधी चौक में समाप्त होागा। पूरे रोपवे की लंबाई करीब साढ़े 5 किमी। है। प्रोजेक्ट््स पर करीब 300 करोड़ खर्च होंगे। 2025 तक रोपवे का निर्माण पूरा होगा।

देहरादून (ब्यूरो) पहाड़ों की रानी मसूरी में देश-विदेश के लाखों टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं, लेकिन सीजन में गाडिय़ों की कतारों से रोड पर कई-कई घंटे जाम लग जाता है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यह रोपवे सीजन में ट्रैफिक के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा। टूरिस्ट को घंटों रोड पर जाम से जूझने के बजाय रोपवे को लुत्फ उठा सकेंगे। साथ ही एक घंटे के सफर को भी 15 मिनट में तय कर सकेंगे। पर्यटन विभाग के अफसरों की मानें तो सीजन में यह रोपवे ट्रैफिक के लिए काफी मददगार साबित होगा। वाहनों के बजाय लोग रोपवे से मसूरी जाना काफी पसंद करेंगे।

300 करोड़ होंगे खर्च
रोपवे के निर्माण पर तकरीबन 300 करोड़ खर्च होंगे। पर्यटन विभाग ने रोपवे प्रोजेक्ट का टेंडर स्काई कार कंपनी को सौंपा है। पहले यह कार्य फ्रांस की पोमा कंपनी को सौंपा गया था। कंपनी की कार्य में सुस्ती दिखाई, जिसके बाद यह काम पोमा से छीनकर स्काई कार कंपनी को सौंप दिया गया है। वर्ष 2025 में रोपवे का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।

35 किमी से दून से मूसरी की दूरी
दून सिटी से मसूरी की दूरी करीब 35 किमी। है। इस दूरी का सामान्य दिनों में तय करने में करीब एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है, लेकिन सीजन में इस दूरी को तय करने में 5 से लेकर 10 घंटे तक लग जाते हैं। पर्यटन सीजन में होटलों के साथ मसूरी रोड भी वाहनों से पैक हो जाती है, जिस कारण रोड पर लंबा जाम लगता है। जाम से केवल टूरिस्ट ही सफर करते हैं, स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

5.50 किमी होगी लंबाई
दून के पुरकुल से शुरू होने वाला यह रोपवे मसूरी के गांधी चौक पर खत्म होगा। रोपवे की कुल लंबाई 5.5 किमी। होगी। रोपवे से 1200 यात्री एक घंटे में सफर कर सकेंगे। प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि रोपवे से सफर करने से रोड पर ट्रैफिक दबाव काफी कम हो जाएगा, जिससे मसूरी रोड पर स्थानीय लोगों के साथ ही टूरिस्ट को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा।

जाम से मिलेगी निजात
मसूरी में टूरिस्ट की आमद बढऩे से रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे टूरिस्टों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बताया जा रहा है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दून-मसूरी रोपवे को काफी अहम माना जा रहा है। यही नहीं एक से डेढ़ घंटे का सफर महज 15 मिनट में तय हो सकेगा। इस प्रोजेक्ट के बनने से जहां मसूरी रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा वहीं टूरिस्ट आसानी से मसूरी पहुंच सकेंगे।

योजना पर एक नजर
300 करोड़ का रोपवे प्रोजेक्ट पर नवंबर से कार्य शुरू होने की उम्मीद
5.50 किमी। लंबा है दून-मसूरी रोपवे
1200 टूरस्टि कर सकेंगे एक घंटे में रोपवे से सफर
15 मिनट में पहुंच सकेंगे मसूरी
35 किमी। है दून से मसूरी की दूरी
2019 से लगातार विरोध के चलते नहीं हो सका प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू
2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा रोपवे

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Posted By: Inextlive