आसमान से लगातार बरस रही आफत की बारिश से कहीं बादल फट रहे हैं तो कहीं बाढ़ व भूस्खलन से लोगों का बुरा हाल है. आपदा ने पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी तबाही मचाई है. सड़कों को बुरा हाल है. जगह-जगह सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं.

देहरादून, (ब्यूरो): आसमान से लगातार बरस रही आफत की बारिश से कहीं बादल फट रहे हैं, तो कहीं बाढ़ व भूस्खलन से लोगों का बुरा हाल है। आपदा ने पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी तबाही मचाई है। सड़कों को बुरा हाल है। जगह-जगह सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। कहीं पूरी सड़कें ही बाढ़ की भेंट चढ़ गई। कई जहों पर पुल को भी नुकसान पहुंचा है। अभी तक बारिश ने सड़कों को 161 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। बारिश से लबालब भरी सड़कों पर गड्््ढे दिखाई नहीं दे रहे हैं, जिससे ये टूटी-फूटी सड़कें जानलेवा साबित हो रही है। कई जगह सड़कों पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। भूधंसाव के चलते कई जगहों पर सड़कें 100 से लेकर 200 मीटर तक धंस गई है।

दून को चाहिए साढ़े 6 करोड़
लगातार हो रही बारिश से दून में सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है। शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में रोड जख्मी है। जिले में 16 सड़कें बंद चल रही है। रोजाना सड़कों को खोलने का काम जारी है। सड़क के गड्ढों से लेकर सड़कों को पूर्व की स्थिति में लोन के लिए पीडब्ल्यूडी को दून में ही 6 करोड़ रुपए चाहिए। अकेले पीडब्ल्यूडी को सड़कों को स्थाई रूप से खोलने के लिए 130 करोड़ चाहिए। जबकि पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई व एनएच को 161 करोड़ की जरूरत है।

गढ़वाल में ज्यादा नुकसान
उत्तराखंड में मौसम ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। बारिश, भूस्खलन, अतिवृष्टि और बाढ़ से संपत्ति के नुकसान के साथ ही जनजीवन प्रभावित हुआ है। गढ़वाल क्षेत्र की ज्यादा सड़कें बाढ़ व भूस्खलन की चपेट में आई है। गढ़वाल क्षेत्र में अब तक 952 सड़कें बंद हुई है, जिसमें से 914 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। जबकि इस मानसून में अभी तक 2161 स्टेट हाईवे, जिला व रूरल सड़कें जगह-जगह से नुकसान पहुंचा हैं। इसमें पीडब्ल्यूडी की 1592, पीएमजीएसवाई की 557 व एनएच की 12 सड़कें शामिल हैं। इन सड़कों को अस्थाई तौर परमरम्मत के लिए 56 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि की जरूरत होगी। जबकि पूर्व की स्थिति में लाने के लिए 161 करोड़ रुपए चाहिए। ये धनराशि अभी अनुमानित बताई जा रही, जो एस्टीमेट में घट-बढ़ सकती है।

प्रदेशभर में अब तक प्रभावित रोड
जिला बंद रोड ओपन रोड
देहरादून 150 133
टिहरी 265 257
चमोली 98 97
रुद्रप्रयाग 61 59
पौड़ी 301 209
उत्तरकाशी 67 59
हरिद्वार 10 10
पिथौरागढ़ 136 133
चंपावत 149 148
अल्मोड़ा 135 134
बागेश्वर 87 84
नैनीताल 86 85
यूएसनगर 47 46

124 मशीनें जुटी सड़क खोलने में
बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों को खोलने के लिए 124 जेसीबी मशीनें ग्राउंड पर काम कर रही हैं। पूरे राज्य में 467 मशीनों को डेंजर जोनों पर तैनात किया गया है। 124 जगहों पर मशीनों के जरिए दिनरात मार्ग खोलने का काम चल रहा है। बुधवार सुबह तक 252 सड़कें बंद थी, 99 खोल दी गई। 123 सड़कें अभी भी बंद है, जिन्हें खोलने का काम 24 घंटे चल रहा है।

सड़क खोलने के लिए चाहिए बजट

161
करोड़ चाहिए सड़कों को अस्थाई रूप से खोलने के लिए
93.38
करोड़ चाहिए पीडब्ल्यूडी को
10.53
करोड़ नेशनल हाईवे
56.68
करोड़ पीएमजीएसवाई
129
सड़कें पूरी तरह बंद
200
मीटर तक धंसी है कई जगहों पर सड़कें
467
जेसीबी और पोकलेन मशीनें हैं रोड पर तैनात
124
मशीनें जुटी हैं बंद सड़कों को खोलने में
914
सड़कें गढ़वाल क्षेत्र क्षतिग्रस्त
640
सड़कें कुमाऊं मंडल में प्रभावित

बारिश और भूस्खलन से प्रदेश की सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़कों को तत्काल खोलने व गड्ढों की मरम्मत को शासन से तात्कालिक बजट की मांग की गई है। बंद मार्गों को खोलने का काम दिनरात जारी है।
दीपक कुमार यादव, एचओडी, पीडब्ल्यूडी

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Posted By: Inextlive