Dehradun News: बनने के बाद खोदी जा रही सड़कें, प्लानिंग की कमी
देहरादून (ब्यूरो) पीडब्ल्यूडी की ओर से कारगी रोड के चौड़ीकरण किया जा रहा है। रोड चौड़ीकरण के दौरान पीडब्ल्यूडी ने काली माता मंदिर से पथरीबाग चौक तक ड्रेनेज के लिए नाले का निर्माण किया। नाले के निर्माण के दौरान पेयजल लाइन नाले के अंदर गई थी। निर्माण कार्य के दौरान बार-बार लाइन टूटने से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ा, तब विभाग को नई लाइन बिछाने का ख्याल आया।
स्थानीय लोगों ने उठाए सवालनाले के निर्माण के दौरान काली माता मंदिर से पथरी बाग चौक तक करीब 500 मीटर पेयजल लाइन नाले के अंदर आ गई थी। इस पर विभाग ने भविष्य में पेयजल लाइन चोक होने पर गंदा पानी सप्लाई होने का अंदेशा जताया। साथ ही नाले के अंदर मेंटेनेंस करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों ने भी नाले के अंदर पेयजल लाइन का विरोध किया।
विभाग ने मांगे 3.46 करोड़
जल संस्थान के अफसरों ने बताया कि लाल पुल से कारगी चौक तक सड़क चौड़ीकरण कार्य के चलते डैमेज होने वाली पेयजल और सीवर लाइन शिफ्टिंग के लिए पूर्व में 3.46 करोड़ रुपए का एस्टीमेट भेजा गया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने उपलब्ध नहीं कराया। बताया कि पेयजल निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी खुद ही करा रहा है।
पेयजल लाइन नव निर्माण नाले के अंदर आ गई। पिछले सप्ताह थर्सडे को जब नाला निर्माण के दौरान पेयजल लाइन टूटकर लीकेज हो गई तो जल संस्थान हरकत में आया और पीडब्ल्यूडी पर पेयजल लाइन को शिफ्ट करने का दबाव बनाया। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के अफसरों ने बताया कि करीब 550 मीटर एरिया में ही नई पेयजल लाइन डालने का काम शुरू किया गया है। टूट-फूट के लिए जल संस्थान ने 22 लाख का एस्टीमेट दिया है। जिस एरिया में खोदाई की जा रही है उस एरिया में अभी डामरीकरण कार्य छोड़ा गया है। पेयजल लाइन बिछने के बाद पूरी रोड को माह के आखिरी तक ब्लैक टॉप कर दिया जाएगा।
गंदे पानी की संभावना
नाले के अंदर पेयजल लाइन के टूटने पर भविष्य में उपभोक्ताओं को गंदा पानी मिलने की संभावना है। इसके बावजूद दोनों विभागों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और अब लाइन शिफ्ट नहीं हो सकती। जल संस्थान के सहायक अभियंता राघवेंद्र डोभाल ने बताया कि जल संस्थान को पूर्व में सड़क चौड़ीकरण की जद में आने पर पेयजल सीवर लाइन को लाल पुल से कारगी चौक तक शिफ्ट करने के लिए एस्टीमेट भेजा था। लाइन डालने के लिए जल संस्थान से ठेकेदार की मांग की गई। जल संस्थान ने ठेकेदार उपलब्ध करा दिया है। नई पाइपलाइन बिछाने का सारा खर्च लोनिवि खुद वहन करेगा।