रिटायर्ड फॉरेस्ट ऑफिसर का मर्डर
देहरादून (ब्यूरो)। बताया जाता है कि सुरेन्द्र जायसवाल पुत्र स्व। पहलवान सिंह वन विभाग में रिटायर्ड थे और पिछले 25 वर्षों से अपनी पत्नी से अलग होकर करनपुर में अपने मकान में रह रहे थे। हाल के दिनों में वे अपने घर पर कुछ अतिरिक्त निर्माण भी करवा रहे थे। सैटरडे सुबह किसी ने करनपुर चौकी में सूचना दी कि सुरेन्द्र जायसवाल के घर में मुख्य शटर खुला है। वे दो दिन ने नीचे भी नहीं उतरे हैं। शक होने पर आसपास के लोगों ने सामने की छत से देखने का प्रयास किया तो वे फर्श पर पड़े नजर आ रहे हैं।
मर्डर की आशंका
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो सुरेन्द्र जायसवाल मृत हालत में मिले। मृतक के गले में बैक का फीता बंधा हुआ था। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि गला घोंटकर हत्या की गई। पुलिस ने फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जरूरी सैंपल लिये हैं। परिजनों को मौके पर बुलाकर पंचायतनामा करने के बाद डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भिजवा दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच के लिए संदिग्ध लोगों की तलाश शुरू कर दी है।
कार में मिला अधेड़ का शव
थाना कैंट क्षेत्र में सैटरडे सुबह एक कार में अधेड़ की डेडबॉडी मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस के अनुसार कंट्रोल रूम में सूचना मिली थी कि दीपलोक कॉलोनी फव्वारा चौक के पास कार में एक व्यक्ति की डेडबॉडी पड़ी है। चौकी बिंदाल पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। वहां कार में करीब 55 साल के अधेड़ की डेडबॉडी मिली। जानकारी करने पर मृतक की पहचान चरणजीत ओलख पुत्र सरदार कुलवंत सिंह निवासी दीपलोक कॉलोनी के रूप में हुई। मौके पर मृतक के परिजन भी मौजूद भी। परिजनों और आसपास के लोगों से मृत व्यक्ति के बारे में पूछताछ की गई तो पता चला कि वह शराब पीने का आदी था और उसका टीबी का इलाज भी चल रहा था। चरणजीत घर में अकेले ही रहता था।