पावर क्राइसिस से मिलेगी कंज्यूमर्स को राहत
- एनटीपीसी से अगले एक साल तक 35.25 मेगावाट बिजली आवंटित
- केंद्र सरकार से मिलेगा सितंबर तक अतिरिक्त बिजली का कोटा
बिजली का एक्स्ट्रा कोटा अलॉट
सीएम पुष्कर सिंह धामी प्रदेश की बिजली समस्या को लेकर दिल्ली में ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मिले। इसके बाद केंद्र ने मांग पर त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य के लिए एनटीपीसी के बोगंई गांव स्थिति तापी संयत्र से 35.25 मेगावाट बिजली का अतिरिक्त कोटा अगले एक साल तक के लिए आावंटित किया गया। पिछले में भी केंद्र ने अप्रैल और मई के लिए 332 मेगावाट, जून के लिए 317, जुलाई के लिए 276, अगस्त के लिए 260 मेगावाट और सितंबर के लिए 165.6 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का कोटा उपलब्ध कराया है।
केंद्र कराएगा रिसोर्सेस एडक्यूसी स्टडी
गत मंडे को दिल्ली में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के चेयरमैन की राज्य के तीनों निगमों के प्रबंध निदेशकों के साथ्ज्ञ प्रांतीय भार निस्तारण केंद्र के अधिकारियों की मीटिंग हुई, जिसमें राज्य की मांग और आपूर्ति ट्रांसमिशन सिस्टम के निर्माण और जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के साथ ही आरएमयू से जुड़ी वर्तमान परिस्थितियों, भविष्य की आवश्यकातों पर मंथन किया। प्राधिकरण ने राज्य के रिसोर्स एडक्यूसी स्टडीज कराने की बात कही। इसके बाद स्टडी के आउटकम के आधार पर राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव मदद दिए जाने का आश्वासन दिया।
राज्य में 2 मई को बिजली की डिमांड 38.50 करोड़ यूनिट रही। जबकि सभी स्रोतों से उपलब्धता 36 करोड यूनिट रही। डिमांड को पूरा करने के लिए ऊर्जा निगम ने 2.61 करोड़ यूनिट बिजली बाजार से खरीद की है। केंद्रीय पूल से 17.53 करोड़ यूनिट मिली। राज्य से 11.96 करोड़ यूनिट बिजली मिली। जबकिअन्य माध्यमों से करीब 7 करोड़ यूनिट मिली। ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने बताया कि ट्यूजडे को किसी भी कस्बे, सिटी और इंडस्ट्री में कोई कटौती नहीं की गई है।
बारिश से घटी 50 लाख यूनिट खपत
बारिश होने से राज्य में बिजली की डिमांग में 50 लाख यूनिट तक की कमी आई है। गत 29 अप्रैल को 43.91 करोड़ यूनिट थी, जो घटकर 38.50 तक आ गई है। ठंडक बढऩे से बिजली की खपत घाट गई है। 29 अप्रैल को जब डिमांड बढ़ी तो ऊर्जा निगम ने 5.78 करोड़ यूनिट बिजली महंगी दरों पर बाजार से खरीदी। बारिश से जहां प्रदेश का बिजली उत्पादन बढ़ा है वहीं ऊर्जा निगम को भी महंगी बिजली खरीदने से राहत मिली है।
35.25 मेगावाट एनटीपीसी से एक साल के लिए आवंटित
332 मेगावाट मई में
317 मेगावाट जून में
276 मेगावाट जुलाई में
260 मेगावाट अगस्त में
165.6 मेगावाट सितंबर में 38.50 करोड़ यूनिट 2 मई को रही डिमांड
36 करोड़ यूनिट रही उपलब्धता
2.61 करोड़ यूनिट बाजार से की खरीद
43.91 करोड़ यूनिट की डिमांड थी 29 अप्रैल को
50 लाख यूनिट की कमी आई है पारा गिरने से बिजली संकट को दूर करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। अगले एक साल तक के लिए 35.25 मेगावाट बिजली एनटीपीसी से आवंटित हो गई है। जबकि सितंबर तक के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त कोटा मिल गया है।
अनिल कुमार, एमडी, ऊर्जा निगम
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