रीडिंग कम्पेन एवं पुस्तक परिक्रमा अभियान शुरू
देहरादून ब्यूरो। जिज्ञासा पैदा करने के उद्देश्य से शिक्षा मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने ट्यूजडे को शिक्षा महानिदेशालय, ननूरखेड़ा में 'रीडिंग कंपेनÓ एवं 'पुस्तक परिक्रमाÓ की शुरुआत कर मोबाइल लाइब्रेरी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2022 को सूबे में लागू कर दी गई है। नई नीति के तहत नवीन पाठ्यक्रम तैयार किये जा रहे हैं जिसमें छात्रों की रुचि, सृजनशीलता, नवाचार एवं रोजगारपरक शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। विभागीय मंत्री ने पढऩे और पढ़ाने की प्रक्रिया को ग्रामीण स्तर तक ले जाने के लिए रूम टू रीड एवं नेशनल बुक ट्रस्ट के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रूम टू रीड के स्थानीय भाषाओं पर आधारित चित्रात्मक पुस्तकें पठनीयता को बढ़ावा देंगी। सूबे में नेशनल बुक ट्रस्ट का कार्यालय स्थापित किये जाने पर डॉ। रावत ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इसका लाभ सूबे के लेखकों, शैक्षिक संस्थाओं और पाठकों को अवश्य मिलेगा।
इस मौके पर रूम टू रीड की राच्य प्रभारी पुष्प लता रावत ने कहा कि पढऩे की संस्कृति को हम दुर्गम और दूरस्थ इलाकों तक ले जाएं और कोविड महामारी से नौनिहालों के पठन-पाठन में जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा की रूम टु रीड का रीडिंग कंपेन 15 अगस्त से 8 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान स्कूल, समाज और संस्थाओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर सामुदायिक सहभागिता से पढऩे की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। नेशनल बुक ट्रस्ट की स्वाति बडोला ने एनबीटी की मोबाइल लाइब्रेरी की प्रासंगिकता को स्पष्ट करते हुए कहा कि जहां पुस्तकों की दुकानें नहीं हैं वहां भी पुस्तक परिक्रमा के जरिए उनकी मोबाइल बैन जाएगी और पाठकों को विश्व स्तरीय साहित्य उपलब्ध करवाएगी। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा वंशीधर तिवारी ने पुस्तकों की संस्कृति को ब?ावा देने के लिये विभाग के प्रयासों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
इस अवसर पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक आरके कुंवर, निदेशक प्राथमिक शिक्षा वंदना गर्व्याल, राच्य प्रभारी रूम टू रीड पुष्प लता रावत, नेशनल बुक ट्रस्ट की स्वाति बडोला, निशा जोशी, रोहिणी रॉय, रोहित गुप्ता, सुशांत, राजेश कुमार, सतीश कुमार, जगदीश रावत, संजय प्रसाद साहित शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित रहे।