राजभवन में सात नई पुष्प वाटिकाएं विकसित की जा रही हैं। इनमें बदरीनाथ केदारनाथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम समेत हेमकुंड साहिब नानकमत्ता साहिब तथा सैनिक धाम के नाम पर पुष्प वाटिकाएं शामिल हैं। विशेष यह कि पुष्प वाटिका में उपयोग को संबंधित धर्म स्थल से मिट्टी लाई गई है। इसके साथ ही इस वर्ष राजभवन में ट्यूलिप की सात प्रजातियों के 4000 बल्ब रोपित किए गए हैं। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह सेनि ने राजभवन में रॉक गार्डन निर्माण के भी निर्देश दिए हैं।


देहरादून (ब्यूरो)। शनिवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने ट्यूलिप का रोपण किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय किसानों को ट्यूलिप उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। दुनिया के सबसे महंगे फूलों की श्रेणी में शामिल ट्यूलिप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी मांग है। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में इस फूल की व्यवसायिक खेती की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए। इससे पर्वतीय क्षेत्रों के व्यक्तियों की आय में वृद्धि होगी और रिवर्स पलायन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि अन्य राज्यों में प्राकृतिक व जैविक खेती में हो रही बेस्ट प्रैक्टिस को राजभवन के उद्यान में प्रयोग किया जाए। उन्होंने उद्यान अधिकारी को इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। श्रमिकों से की मुलाकात
राज्यपाल ने जीबी पंत कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में विकसित किए जा रहे विभिन्न पौधों के बीजों को प्रयोग के तौर पर राजभवन में रोपित करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने राजभवन के उद्यान में कार्यरत मालियों व श्रमिकों से मुलाकात कर उनके स्वजन की कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने उद्यान कर्मियों के परिश्रम, कौशल और लगन की प्रशंसा की तथा उन्हें पुरस्कृत करने के निर्देश दिए।

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Posted By: Inextlive