जून तक पर्यटकों की आमद से पैक रहे मसूरी में आजकल वीरानी छाई है। यहां न उम्मीद के मुताबिक टूरिस्ट्स नजर आ रहे हैं और न ही आने वाले दिनों के लिए बुकिंग हो रही है। स्थानीय लोगों व व्यापारियों की मानें तो राज्य में लगातार हो रही बारिश और हिमाचल के साथ उत्तराखंड में भी आपदा को ज्यादा शो करने का मसूरी के पर्यटन पर असर पड़ा है। बताया जा रहा है कि जिन होटल व्यवसायियों ने लीज पर प्रॉपर्टीज ली थीं वे सरेंडर करके वापस लौट रहे हैैं।


- टूरिस्ट की आमद कम होने के कारण लीज पर दी गई करीब 15 परसेंट प्रॉपर्टीज वापस
- हैवी रेन, पहाड़ी प्रदेशों में आपदा के खतरे को देखते हुए टूरिस्ट पहुंच रहे कम

देहरादून, 21 जुलाई (ब्यूरो):

मसूरी पर्यटकों के लिए सबसे मुफीद मानी जाती है। सीजन चाहे जो भी, यहां वर्षभर पर्यटकों की आमद लगी रहती है। लेकिन, वर्तमान में मसूरी में खामोशी छाई हुई है। खास बात ये है कि सीजन के दौरान कई ऐसे होटल, रेस्टारेंट, होम स्टे व दुकानें होती हैं, जो लीज पर चलती हैं। इसके लिए दिल्ली, मेरठ, हरियाणा समेत दूसरे शहरों के कारोबारी इन प्रॉपर्टीज को लीज पर लेते हैं। लेकिन, आजकल ये व्यापारी पर्यटकों की संख्या काफी होने के कारण वापस लौट रहे हैं। बताया गया है कि करीब सौ से ज्यादा ऐसी प्रॉपर्टीज हैं, जिन्होंने लीज पर ली अपनी ये प्रॉपर्टीज मसूरी के व्यापारियों को वापस कर दी हैं। इसकी वजह उन्होंने पर्यटकों की संख्या में कमी आना बताया है।

जून में सबसे ज्यादा टूरिस्ट दिखे
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल के अनुसार इस सीजन में पर्यटकों की आवक कम होने के कई कारण रहे हैं। इनमें लगातार हो रही बारिश और हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सोशल मीडिया पर आपदा का दिखाई देना प्रमुख हैं। जबकि, उत्तराखंड में हिमाचल के जैसे नुकसान नहीं हुआ है। रजत अग्रवाल बताते हैं कि जून महीने में मसूरी पूरी तरह पैक नजर आई थी और जुलाई में 90 परसेंट तक ऑक्यूपेंसी की उम्मीद थी। लेकिन, टूरिस्ट्स का रुख अब इधर काफी कम है।

मसूरी टूरिज्म पर एक नजर
-हर साल मसूरी पहुंचते हैं करीब 10 लाख से ज्यादा पर्यटक।
-हाथी पांव, जॉर्ज एवरेस्ट, गन हिल, माल रोड मसूरी की खास पहचान।
-हर सीजन ऑक्यूपेंसी का एवरेज 40 से 60 परसेंट तक।
-आजकल होटलों में बुकिंग 20 से 30 परसेंट तक सिमटी।
-मसूरी में होटलों की संख्या करीब 450 व होम स्टे की संख्या लगभग 250 तक।

टूरिस्ट की आवाजाही कम होने की वजह
-मसूरी में बरसात के सीजन से पहले पूरे नहीं हो पाए विकास कार्य।
-सड़कों पर आधे-अधूरे निर्माण कार्य से टूरिस्ट रहे परेशान।
-पुराने टूरिस्ट डेस्टीनेशन के डेवलेपमेंट पर नहीं दिया गया ध्यान।
-चारधाम व कांवड़ यात्रा को लेकर रूट किए गए डायवर्ट।


15 परसेंट तक प्रॉपर्टी लीज वापस
मसूरी होटल, रेस्टारेंट व अन्य कारोबारियों का कहना है कि टूरिस्ट की संख्या में गिरावट आने के कारण लीज पर लिए गए होटल, रेस्टोरेंट व होम स्टे में करीब 15 परसेंट लोग लीज पर लिए गए प्रोपर्टी को वापस कर लौट चुके हैं।
dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive