दिवाली पर दिवाला निकाल रही महंगाई
देहरादून (ब्यूरो)। आम लोगों को दिवाली जैसे फेस्टिवल का बेसब्री से इंतजार रहता है। दिवाली का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। लेकिन, महंगाई की मार ने दिवाली का मजा किरकिरा कर दिया है। विशेष पकवान, मिठाइयां तैयार करने के लिए यूज होने वाला रिफाइंड ऑयल, देसी घी की दरें उछाल पर हैैं। एक केजी मस्टर्ड ऑयल की कीमत थोक में ही 200 रुपए के पार पहुंच चुकी है। जबकि फेस्टिव सीजन में मस्टर्ड व रिफाइंड ऑयल का यूज बढ़ जाता है। होलसेल में मस्टर्ड ऑयल 15 केजी टिन की कीमत 3 हजार रुपए के पार पहुंच चुकी है। आशंका है कि तेल के कीमत में आगामी दिनों में फिर से इजाफा देखने को मिलेगा। आढ़ती विनोद गोयल कहते हैं कि कोविडकाल के बाद से लेकर लगातार खाद्य सामग्रियों के दामों में उछाल देखने को मिल रहा है। आढ़त बाजार के व्यापारियों का कहना है कि खाद्य सामग्रियों के दाम भी इंटरनेशनल मार्केट में आने वाले फ्लक्चुएशन पर निर्भर करता है। दामों में आ रहे उतार चढ़ाव के पीछे डिमांड एंड सप्लाई गेम भी निर्भर करता है।
इस तरह आया रेट में उछाल
खाद्य सामग्री मौजूदा रेट पिछले साल के रेट
अरहर 110 से 120 75--85
मसूर 1¸00---120 70--80
राजमा 140 से 150 72 से 80
चीनी 40 से 43 34 से 35
चावल सामान्य 45 से 68 35 से 40
बासमती 110 से 130 50 से 100
डाल्डा 150 से 160 120 से 130
ऑयल 150 से 160 80 से 90
मस्टर्ड ऑयल 190 से 200 95 से 110
बेसन 90 से 99 55 से 60
(रेट रुपए प्रति किलो)
खाद्य सामग्रियों के साथ ही मिल्क प्रोडक्ट्स के रेट्स में भी उछाल देखने को मिला। पलटन बाजार स्थित भारती डेयरी के ओनर बताते हैं कि कोरोनाकाल में मिल्क व उसके प्रोडक्ट्स की सेल पर खासा असर पड़ा है। लेकिन, खाद्य सामग्रियों के एवज में उनके दामों में उतना असर देखने को कम मिल रहा है। मिल्क प्रोडक्ट्स के दामों में 10 से 12 परसेंट तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
अफगानी ड्राईफ्रूट्स पर 20 परसेंट बढ़ोत्तरी
बृजलाल एंड संस के ओनर कार्तिक बंसल के अनुसार अफगानिस्तान के हालातों पर कुछ ड्राइफ्रूट्स पर असर जरूर देखने को मिला है। इसमें खासकर अंजीर व मुनक्का शामिल हैं। इनमें करीब 10 से 20 परसेंट तक की बढ़ोत्तरी अब तक दर्ज की गई है। कार्तिक बंसल बताते हैं कि गत वर्ष की तुलना में इस बार ड्राईफ्रूट्स के रेट्स में बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन डेली नीड्स की तुलना में कम आंकी जा सकती है।