तो क्या दून समेत उत्तराखंड में लगातार बेकाबू हो रहे नशे के कारोबार को लेकर लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं. क्या आने वाले दिनों में इसे लेकर जन आंदोलन देखने को मिलेंगे.


देहरादून, (ब्यूरो): तो क्या दून समेत उत्तराखंड में लगातार बेकाबू हो रहे नशे के कारोबार को लेकर लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। क्या आने वाले दिनों में इसे लेकर जन आंदोलन देखने को मिलेंगे। जिस प्रकार से लोग सड़कों पर उतर रहे हैं, संभावनाएं तो कुछ ऐसी ही नजर आ रही हैं। यहां तक कि कुछ संगठनों ने तो इसको आंदोलन की शक्ल देने के लिए रिसर्च टीम, सोशल मीडिया टीम तक का गठन कर लिया है। महिलाएं व पर्यावरणविद भी शामिल


एक दिन पहले दून के एफआरआई प्रवेश द्वार पर सुबह के वक्त नशा विरोधी जन अभियान के तहत जन जागरण मार्च शुरू किया गया। बारिश के बीच लोग टस से मस नहीं हुए। नारों व जन गीतों के साथ अभियान की शुरुआत की गई, जिसमें नारे थे आंधी आए या तूफान जारी रहेगा यह अभियान, एक रहेंगे जुटे रहेंगे, अभियान को हम सफल करेंगे, जन-जन ने ये ठाना है, नशे को भगाना है, नारे व जनगीत शामिल रहे। इस दौरान कार्यकर्ता पंडितवाड़ी बाजार से होते भुडग़ांव, लवली मार्केट, शहीद द्वार तक पहुंचे। जिसमें पर्यावरणविद् उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ। रवि चोपड़ा, नंद नंदन पांडे, पूरन बड़थ्वाल, श्रमयोग के अजय जोशी, विक्रम, इप्टा के हरिओम पाली, जितेन्द्र, सुधीर बडोला, पीपुल्स फोरम उत्तराखंड के जयकृत कंडवाल, कमला पंत, राज्य आंदोलनकारी ऊषा भट्ट समेत कई लोग मौजूद रहे।25 अगस्त व 1 सितंबर को मार्च विभिन्न संगठनों ने मिलकर निर्णय लिया है कि आगामी 25 अगस्त को कौलागढ़ में, 1 सितंबर को सहसपुर में मार्च निकाला जाएगा। इसके बाद सेलाकुई, धर्मपुर और नेहरूग्राम में भी वहां के लोगों से संपर्क कर मार्च निकालने का फैसला लिया गया। कैंपन को राज्यव्यापी अभियान बनाने की घोषणा की गई। संगठनों का ऐलान-रिसर्च टीम का गठन, टीम करेगी रिसर्च।-सोशल मीडिया टीम गठित, सोशल मीडिया पर चलेगा आंदोलन।-कैंपेन के जरिए आंदोलन, महिलाएं भी करेंगी नेतृत्व।-दून के बाद नशे के प्रभावित जिलों तक पहुंचेगा अभियान।नशे के खिलाफ दिलाई शपथ

मंडे को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पुलिस ने एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में कार्यक्रम आयोजित किया। जहां विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र थीम पर दून जिले के सिटी और रूरल एरियाज में तमाम शिक्षण संस्थानों में स्टूडेंट्स को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई गई और अवेयर किया गया। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर केंद्र सरकार की ओर से संचालित नशा मुक्त भारत कैंपेन के 5वें वर्ष में प्रवेश करने पर इस वर्ष की विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र थीम के तहत एसएसपी दून की ओर से जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। 24 वर्षों से नशे से जूझ रहा दून-दून में पहुंचने वाले नशे का सबसे बड़ा सोर्स बरेली-यूपी-दून के एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस हैं सॉफ्ट टारगेट बात जब दून में नशे या फिर ड्रग के फल-फूल रहे कारोबार की करें तो ये दिक्कत पिछले 24 वर्षों से जारी है। पुलिस, एसटीएफ, नार्कोटिक्स डिपार्टमेंट समेत तमाम एजेंसियां नशे को लेकर लगातार धरपकड़ जारी रखते हैं। लेकिन, इसके बावजूद बड़े कारोबारियों तक या तो इन एजेंसियों के हाथ नहीं पहुंच रहे हैं या फिर वहां तक उनकी पहुंच नहीं हो पा रही है। बरहाल, शायद ही ऐसा कोई दिन हो, जब दून में नशे के खेप न पकड़ी जाती हो। जबकि, खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ड्रग फ्री देवभूमि-25 को लेकर अभियान छेड़ा हुआ है। नशे पर एक नजर -वर्ष 2022 में दून में पुलिस ने 181 केस दर्ज किए।-189 आरोपियों को पकड़ा।-1.63 करोड़ से अधिक का नशा बरामद किया। -वर्ष 2023 में दून पुलिस ने 351 नशे के सौदागरों के खिलाफ केस दर्ज किए।-4 लाख 56 हजार ग्राम से ज्यादा का नशा भी किया बरामद।-इसकी कीमत 6.28 करोड़ से ज्यादा की आंकी गई।

-बदले में 406 आरोपियों को भी पुलिस ने दबोचा।-इस वर्ष भी मई तक 5 महीनों में यानि मई तक 136 केस दर्ज हुए।-2.8 करोड़ से ज्यादा का नशा किया बरामद।-160 आरोपियों को तमाम इलाकों से दबोचा।एसटीएफ भी एक्शन में एसटीएफ ने भी दून से लेकर राज्यभर में नशा के सौदागरों के खिलाफ अपना एक्शन जारी रखा। वर्ष 2023 में 1334 केस दर्ज किए, 1709 आरोपियों को पकड़ा। इनमें 1699 इंडियन और 10 विदेशी शामिल रहे। एसटीएफ ने सबसे ज्यादा 8.28 लाख से ज्यादा नशे के इंजेक्शन, कैप्सूल व गोलियां बरामद कीं। वहीं, डोडा, अफीम व स्मैक की खेप भी बड़ी मात्रा में पकड़ी। एसटीएफ के आंकड़ों में तो उत्तराखंड से 75 ऐसी महिलाएं ट्रैक की गईं, जो नशे के धंधे में शामिल रही हैं।स्मैक, शराब के साथ 2 अरेस्ट
विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6.02 ग्राम स्मैक व अवैध अंग्रेजी शराब के दर्जनों पव्वे बरामद किए हैं। जिन के खिलाफ एनडीपीएस व आबकारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। जबकि, 6.2 ग्राम स्मैक के साथ दबोचा गया आरोपी पहले ही नशा तस्करी में जेल जा चुका है। इसी प्रकार से ऋषिकेश पुलिस ने भी अवैध अंग्रेजी शराब के साथ एक आरोपी को दबोचा है। दून में संवेदनशील इलाके-बिंदाल पुल के नीेचे-प्रेमनगर-रायपुर-डोईवाला-दीपनगर-दून हॉस्टिपल एरिया-राजपुर रोडइन नशे की खपत ज्यादा -चरस-स्मैक-अफीम-गांजा-भांग-डोडा पोश्त-नशीली गोली-नशीले इंजेक्शन-नशीले कैप्सूल-हेरोइन-ड्रग पेपर व एलएसडी-ब्राउन सुगर -कोकीन

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Posted By: Inextlive