गर्मी के दिनों में अक्सर दूनवासियों को भीषण पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। पानी की क्राइसिस के चलते गर्मी में जल संस्थान कार्यालयों में धरना-प्रदर्शन आम बात हो जाती है। ऐसी नौबत न आए इसके लिए जल संस्थान ने कमर कस ली है।

- पानी की बर्बादी रोकने के लिए लीकेज बंद करने में जुटा जल संस्थान
- एक-एक लीकेज चिन्हित कर होगा बंद, बढ़ाई जाएगी टैंकरों की संख्या

देहरादून (ब्यूरो): जल संस्थान की सीजीएम नीलिमा गर्ग ने सभी अधिशासी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र में गर्मी से पूर्व पाइपलाइन लीकेज चिन्हित करने के साथ ही एक-एक लीकेज को प्रॉपर तरीके से मेंटेन करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अधिक समस्याग्रस्त इलाकों को आइडेंटीफाई करके वहां पर वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए कार्य योजना बनाई जाए। टैंकरों की यदि कमी है, तो इनकी संख्या बढ़ाइ जाए, ताकि जरूरत पडऩे पर उनका तात्कालिक इस्तेमान किया जा सके। गर्मी से पहले ही कई इलाकों में पानी की समस्या के लिए बड़ी संख्या में कंप्लेन दर्ज कराई जाने लगी है। सिटी में रोजाना 100 से अधिक शिकायतें कॉल सेंटर में पहुंच रही हैं। ऐसे में इस बार जल संस्थान को गर्मी में पर्याप्त पानी पहुंचाने में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

पानी की बूंद-बूंद बचाने की तैयारी
इस बार कम बारिश होने से गर्मी में जल स्तर पिछले वर्षों के मुकाबले काफी नीचे जाने की आशंका है। ऐसे में जल संस्थान ने विपरीत परिस्थितियों को भांपते हुए गर्मी में पुख्ता इंतजाम करने की तैयारी की है। बूंद-बूंद पानी को बचाने के लिए लीकेज पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया है। जहां कहीं भी पानी के लीकेज की समस्या है उन इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है। लीकेज की शिकायत मिलते ही टोल फ्री नंबर से संबंधित डिवीजन को तत्काल इंटीमेट किया जाएगा, जिस पर संबंधित डिविजन के अधिशासी अभियंता शिकायत का विद इन डे के भीतर निस्तारण करेगा।

पानी की डिविजनवाइज कंप्लेन
समस्यानॉर्थ साउथ पित्थूवाला रायपुरअनु।
पानी न आना 21 34 17 8 13
गंदा पानी 2 5 10 1 2
लो प्रेशर 3 1 4 2 2
लीकेज 6 16 9 10 13
सीवर 3 23 2 0 0
पेंडिंग 19 51 29 26 16

ट्यूबवेलों से 80 फीसदी आपूर्ति
शहर की करीब 80 फीसदी पानी की सप्लाई ट्यूवेलों पंपिंग से की जाती है। भूजल स्तर कम होने पर इन पर असर पड़ सकता है। गर्मी में बिजली संकट भी रहता है, जिससे कई बार ट्यूबवेल चल नहीं पाते हैं। बिजली की कमी के चलते पब्लिक पर दोहरी मार पड़ती है। एक तो बिजली संकट ऊपर से पानी की संकट।


150 टैंकरों से होगी आपूर्ति
शहर में पानी की किल्लत को टैंकरों का सहारा लिया जाएगा। प्रत्येक डिविजन को टैंकरों की अतिरिक्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। सिटी में वर्तमान में करीब 81 टैंकरों से आपूर्ति की जा रही है, जिन्हें गर्मी में करीब 150 तक करने की तैयारी है। कंप्लेन मिलते ही पानी के टैंकर को क्षेत्र में पहुंचाया जाएगा।

पिछले तीन वर्षों में पेयजल संकट पर एक नजर
वर्ष संकटग्रस्त एरिया टैंकरों से आपूर्ति
2020 240 115
2021 360 192
2022 390 241

पेयजल व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए सभी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं। बूंद-बूंद पानी की बचाने की कोशिश की जाएगी। लीकेजों को चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर बंद करने के निर्देश भी दिए गए है। गर्मी में हर घर को प्रर्याप्त पानी देने का प्रयास किया जाएगा।
नीलिमा गर्ग, सीजीएम, जल संस्थान
dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive