सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार भौतिक संसाधनों में वृद्धि शिक्षकों की उपलब्धता व छात्र संख्या में वृद्धि को देखते हुए स्टेट में कलस्टर स्कूलों के गठन का निर्णय लिया है।

- शिक्षा मंत्री के निर्देश, कलस्टर स्कूलों के गठन में तेजी लाएं अधिकारी

देहरादून (ब्यूरो): बताया गया है कि हर ब्लॉक में न्यूनतम दो कलस्टर विद्यालय स्थापित किये जायेंगे। जिसकी प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को चयनित कलस्टर स्कूलों, पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त विद्यालयों के नये भवनों के लिए कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से शीघ्र डीपीआर तैयार कराने के निर्देश दिये गये हैं।

शिक्षा मंत्री ने ली बैठक
शिक्षा मंत्री डा। धन सिंह रावत ने थर्सडे को एक होटल में शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें शासन व निदेशालय के उच्चधिकारियों के साथ ही प्रदेश के खंड शिक्षा अधिकारियों व उप खंड शिक्षा अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। मंत्री ने करीब तीन घंटे तक चली मैराथन बैठक में चयनित कलस्टर विद्यालयों की संख्या, पीएम-श्री स्कूलों की प्रगति, परिषदीय परीक्षा में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन, विद्यालय में तैनात शिक्षकों व छात्रों की संख्या की समीक्षा की। इसके अलावा मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता, निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, लम्बे समय से लापता एवं बीमार शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कार्मिकों की स्वैच्छिक और अनिवार्य सेवानिवृत्ति की प्रगति मुद्दों पर विकासखंडवार मंथन किया गया।

2-2 क्लस्टर स्कूलों का गठन होगा
शिक्षा मंत्री ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि चयनित कलस्टर स्कूलों में से वर्तमान वित्तीय वर्ष में हर ब्लॉक में न्यूनतम 2-2 कलस्टर स्कूलों का गठन करना जरूरी है। इसके लिये अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पैरेंट्स के साथ 5 से 10 किमी के दायरे में आने वाले स्कूलों के समायोजन की सहमति बनाते हुये सभी बिन्दुओं क्षतिग्रस्त स्कूलों के नये भवन निर्माण की कार्यदायी संस्था से डीपीआर बनाकर जल्द सीईओ को सौंपने के निर्देश दिए हैं।

शिक्षा मंत्री के निर्देश
-सभी स्कूलों में नशा मुक्ति व तम्बाकू निषेध अभियान चलाने को सेवा नियमावली का पालन कराना हो सुनिश्चित।
-सभी खंड शिक्षा अधिकारी अपने ब्लॉकों में अभियान चलाकर समीक्षा करेंगे।
-लंबे समय से गायब शिक्षक व कर्मचारी उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित हो।
-उनके खिलाफ नियमानुसार अनिवार्य व रिटायरमेंट की भी कार्रवाई हो।

आनंद-पथ पत्रिका का किया विमोचन
शिक्षा मंत्री ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा तैयार पाठ्यचर्चा विशेषांक 'आनंद-पथÓ पत्रिका के द्वितीय संस्करण का विमोचन भी किया। मंत्री ने एजुकेशन क्वालिटी समेत अन्य बिंदुओं पर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।
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Posted By: Inextlive