4 करोड़ कांवडियों के पहुंचने की संभावना, इस बार आईडी जरूरी
- पुलिस हेडक्वार्टर में 18वीं इंटर स्टेट एंड इंटर एजेंसी कॉर्डिनेशन की बैठक में फैसला
- 4 से 15 जुलाई के बीच होगी कांवड़ यात्रा, ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से रहेगी नजर
देहरादून, 16 जून (ब्यूरो)। फ्राइडे को पुलिस हेडक्वार्टर दून में हुई इंटर स्टेट कॉर्डिनेशन बैठक में निर्णय लिया गया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडिय़ों को अपने साथ आईडी रखना अनिवार्य होगा। कॉर्डिनेशन बैठक में यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, सीआरपीएफ, रेलवे सुरक्षा बल, अभिसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष व ऑनलाइन पार्टिसिपेट किया। इस दौरान डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने कहा कि कांवड़ एक बड़ा धार्मिक आयोजन है, उन्होंने सभी राज्यों के अधिकारियों से अभी से कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस मैनेजमेंट किए जाने की तैयारियों में लगने की अपेक्षा की। जिससे कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े। सुरक्षा व्यवस्था व भीड़ मैनेजमेंट के लिए ड्रोन, सीसीटीवी का प्रयोग और सोशल मीडिया मॉनीटङ्क्षरग को बढ़ाया जाएगा।
ये राज्य व विभाग रहे मौजूद
-यूपी
-दिल्ली
-हरियाणा
-पंजाब
-हिमाचल
-राजस्थान
-सीआरपीएफ
-रेलवे सिक्योरिटी फोर्स
-इंटेलीजेंस ब्यूरो
एक नजर
-एसएसपी हरिद्वार बोले-इस बार 4 करोड़ कांवडिय़ों के उत्तराखंड पहुंचने की संभावना।-इस वर्ष पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन व 130 सेक्टर में बांटा गया।-कांवड़ यात्रियों की सुविधा को हरिद्वार पुलिस ने क्यूआर कोड जारी किया है।-इसमें वाहन पार्किंग, रूट डायवर्जन, खोया-पाया सेल सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारी रहेंगी उपलब्ध।-पूरे कांवड़ मेला क्षेत्र में 333 सीसीटीवी कैमरों से किया जाएगा कवर।-घाटों पर जल पुलिस की तैनाती समेत थाना लेवल पर चलाया जा रहा है सघन सत्यापन अभियान।
इन ङ्क्षबदुओं पर भी हुआ मंथन
-डीजीपी के सभी स्टेट के अधिकारियों से अपने प्रदेश से युवा अधिकारियों को कांवड़ यात्रा ड्यूटी का अनुभव लेने के लिए उत्तराखंड भेजने का किया अनुरोध।-कांवड़ में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कांवड़ की ऊंचाई 12 फीट से कम रखे जाने संबंधी विचार।-कांवड़ के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए अलग मार्गों का निर्धारण पर जोर।-इसके लिए दिल्ली से ही चारधाम यात्रा मार्ग का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।-हरिद्वार से दिल्ली व मेरठ वापस जाने वाले कांवडिय़ों के लिए हाईवे के बायीं ओर का उपयोग करने का निर्णय
-इस दौरान लगने वाले कैंप व भंडारे हाईवे के बायीं ओर ही मुख्य मार्ग से 20 से 30 फीट दूर लगाने पर अनुमित प्रदान करने का निर्णय।-ट्रेन की छतों पर यात्रा न करने के लिए बड़े लेवल प्रचार-प्रसार किया जाए।-इंटरस्टेट बैरियरों पर संदिग्ध लोगों व वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चेङ्क्षकग।-जरूरी सेवाओं व भारी वाहनों के संचालन के लिए अलग से ट्रैफिक प्लान बनाया जाने का भी निर्णय।-पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप व एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।
इन अधिकारियों की रही मौजूदगी
एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल, स्पेशल डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार, एडीजी हरियाणा ममता ङ्क्षसह, ज्वाइंट सीपी दिल्ली विवके किशोर व छाया शर्मा, एडीजी पंजाब गुङ्क्षरदर ङ्क्षसह, एडीजी राजस्थान एस सैंगाथिर, आईजी सीआरपीएफ भानु प्रताप ङ्क्षसह, आरपीएफ से सीनियर डीएससी शनमुगा वेदीवेल एस, एडीजी इंटेलीजेंस हिमाचल सतवंत अटवल त्रिवेदी, एडीजी उत्तराखंड अभिनव कुमार, वी मुरूगेशन आदि अधिकारी मौजूद रहे।