स्वच्छ सर्वे में दून की रैंकिंग में सुधार होने की चारों ओर चर्चा है। दून 1 से 10 लाख की आबादी वाले देश के शहरों में 82वें स्थान पर रहा है। पिछली बार 124वें स्थान पर था। लेकिन जमीन हकीकत कुछ और है। दून सिटी के बीचोंबीच एक ऐसा नाला है जिसकी सफाई बीसियों साल से नहीं करवाई गई है। नाले के कुछ हिस्से के ऊपर पिछले साल सड़क बना दी गई है। इसलिए सड़क के नीचे के हिस्से की सफाई करने का तो कोई सवाल ही नहीं है लेकिन जो हिस्से खुले हैैं वह डंपिंग जोन बन गये हैं। नाले का पानी कचरे के नीचे बहता है और यह पानी नाले से लगते घरों की बुनियाद खोखली कर रहा है। लोग कई बार नाला साफ करने की शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

देहरादून (ब्यूरो)। यह नाला कांवली रोड पर शहर के एक प्रमुख चौराहे सहारनपुर चौक से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर है। नाला तिलक रोड से कांवली रोड होते हुए भूसा स्टोर और फिर भंडारी बाग की तरफ बहता है। दैनिक जागरण आई नेस्क्ट ने कांवली रोड के पास इस नाले का रियलिटी चेक किया। यहां नाले के ऊपर एक पुल बना हुआ है। यहां से तिलक रोड की तरफ नाले के ऊपर रोड बना दी गई है और दूसरी तरफ नाला खुला है। जिसमें कई टन मलबा पड़ा हुआ है।

बीसियों सालों से सफाई नहीं
नाले के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि पिछले बीसियों सालों से इस नाले की सफाई नहीं हुई है। बरसात के दिनों में पानी बढ़ने पर थोड़ा-बहुत गंदगी बह जाती है, बाद में फिर से पहली जैसी स्थिति हो जाती है। लोगों का कहना था कि यहां जो कचरा भरा हुआ है, उसके नीचे करीब तीन फुट पानी बह रहा है। इस पानी से नाले के साथ ही दोनों तरफ दर्जनों घरों की फाउंडेशन नाले से लगी हुई है। लोगों का कहना है कि उनके घरों की बुनियाद लगातार खोखली हो रही है और नाले से लगते घर टूटने का खतरा पैदा हो गया है।

नाले के ऊपर बना दी रोड
इस नाले के एक बड़े हिस्से के ऊपर सड़क बना दी गई है। यह सड़क कांवली रोड वाले पुल से तिलक चौक तक बनाई गई है। करीब डेढ़ किमी के इस हिस्से में नीचे नाला बह रहा है और ऊपर रोड है। यहां नाला साफ करने की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों का कहना है कि नाला ब्लॉक होने की स्थिति में बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।

कूड़ा फेंकने के लिए जाली काट दी
नाले में लोग कचरा न फेंकें, इसके लिए नगर निगम ने पुल पर जाली भी लगाई है। लेकिन जाली के एक हिस्से में को काट दिया गया है और नाला पूरी तरह के डंपिंग जोन बन गया है। कचरा फेंकने वालों पर नजर रखने के लिए नालों के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने का नगर निगम का दावा यहां आकर फेल हो जाता है।

पिछले साल हुआ था रोड का उद््घाटन
कांवली रोड से तिलक रोड तक नाले की ऊपर बनाई गई रोड का उद्घाटन पिछले वर्ष उस समय के सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया था। पुल के पास इस काम का बोर्ड भी लगा हुआ है। लोगों का कहना है कि उद्घाटन के दिन पुल की रेलिंग पर बैनर लगा दिये गये थे, ताकि दूसरी तरफ नाले में भरा कचरा न दिखे।

Posted By: Inextlive