दून की बड़ी आबादी पीने को पर्याप्त और स्वच्छ पानी के लिए तरस रही है। कहीं पानी का लो प्रेशर तो कहीं गंदे पानी की सप्लाई हो रहा है तो कहीं दो-दो दिन तक पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।

- कई जगहों पर चल रहे निर्माण कार्यों से भी क्षतिग्रस्त लाइनों से हो रहा गंदा पानी सप्लाई
- शहर के 1.65 कंज्यूमर्स को नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी

देहरादून (ब्यूरो): शहर के कई इलाकों में पॉल्यूटेड वाटर सप्लाई की शिकायतें बढ़ रही है। जल संस्थान में रोजाना 5-6 इलाकों से प्रदूषित पानी की शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। सिटी में करीब 1.65 लाख पेयजल कंज्यूमर हैं। इनमें से एक चौथाई कंज्यूमर्स ऐसे हैं, जो रोजाना पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। प्रदूषित पानी की सप्लाई से पर्याप्त पानी न मिलने से लोग टैंकरों से पानी मंगवाने के लिए मजबूर हैं।

क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं से गंदे पानी की आपूर्ति
शहर में विभिन्न विभागों द्वारा पेयजल योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड, उत्तराखंड पेयजल निगम, जल संस्थान, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन आदि विभाग पेयजल योजनाओं का निर्माण करा रहे हैं। स्मार्ट जल जीवन मिशन, स्मार्ट सिटी परियोजना और एशियन डेवलपमेंट बैंक की करीब एक हजार करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम चल रहा है। इसके अलावा 162 करोड़ की मेहूंवाला कलस्टर पेयजल योजना का काम भी लगभग अंतिम चरण में है। योजना के तहत नई पाइपलाइनों के साथ ही ट्यूबवेल और ओवरहैड टैंकों का निर्माण किया जा रहा है। योजना से कुछ इलाकों में ट्रायल के तौर पर आपूर्ति शुरू की गई है, लेकिन अभी पूरी तरह से योजना क्रियान्वित होने से पब्लिक को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

7500 करोड़ की स्कीम पर काम
केंद्र की मदद से राज्य सरकार ने रूरल एरिया में पेयजल से वंचित लोगों के लिए 7500 करोड़ रुपये की जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना शुरू की है। 2019 में योजना को धरातल पर उतारा गया। योजना को करीब 3 साल बीत चुके हैैं। योजना के तहत पीने के पानी से महरूम राज्य के सभी परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। यह काम 2024 तक पूरा किया जाना है। हाल ही जेजेएम के लिए केंद्र सरकार ने 5500 करोड़ रुपये जारी किए हैं। योजना से करीब 15 लाख घरों को पानी दिया जाना है। साढ़े 11 लाख घरों में पेयजल लाइनें बिछाने का दावा किया जा रहा है। बाकी साढ़े तीन लाख घरों में 2024 तक पाइपलाइन बिछाने के साथ ही पानी की आपूर्ति शुरू की जाएगी।

इन इलाकों में हो रही प्रदूषित सप्लाई
अधोईवाला
भगत सिंह कॉलोनी
एमडीडी कॉलोनी
डालनवाला
मोहनी रोड
बद्रीश कॉलोनी
नेमी रोड
चंद्रबनी
सहस्रधारा रोड
आम वाला तरला
एकता विहार
अमन विहार
सुभाष नगर
टर्नर रोड

सड़क पर बह रहा पानी
सहस्रधारा रोड पर सड़क चौड़ीकरण के चलते कई जगहों पर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त है। इन जगहों पर पाइप लाइनों से घरों में मटमैला पानी आपूर्ति हो रहा है। इसी तरह टर्नर रोड पर भी जेसीबी मशीन द्वारा सड़क खोदने से गंदे पानी की सप्लाई की लगातार शिकायतें आ रही हैं। इसके अलावा दून पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर आदूवाला जुडली के पास पेयजल पाइप लाइन टूटी होने से पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है।

सुभाष रोड के वसुंधरा एनक्लेव में दो साल पहले स्मार्ट सिटी ने पानी की नई लाइन डाली थी, तब से क्षेत्र में लगातार पानी की किल्लत बनी हुई है। शिकायत के बावजूद आज तक समस्या का सॉल्यूशन नहीं हुआ।
सुशील डोभाल

अधोईवाला क्षेत्र में कई घरों गंदा पानी आ रहा है। घरों के नलकों में कभी-कभी लाल पानी पहुंच रहा है, जो पीने लायक नहीं। शिकायत के बाद भी जल संस्थान समस्या को ठीक नहीं कर पाया है।
देवेंद्र कुमार

गंदे पानी के साथ-साथ सीवर युक्त पानी भी कभी-कभी आ रहा है। पानी में बदबू के चलते इस पानी को फिल्टर का मजबूर पीने को विवश हैं। जल्द हस दिशा में कार्रवाई की जाए।
धर्म सिंह

जल संस्थान कार्यालय में जाकर क्षेत्र में सप्लाई हो रहे पानी की जांच कराने की मां की गई है। न तो आज तक पानी की जांच हुई है औ न ही गंदे पानी की सप्लाई ही रुक पाई है।
अनिल मंडल

शहर में सड़क निर्माण के चलते कई जगहों पर पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हैं, जिससे कुछ क्षेत्रों में पाइपलाइन लीकेज होने की वजह से गंदा पानी जा रहा होगा। लेकिन लीकेजों को तत्काल ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है, जिन क्षेत्रों में समस्या है वहां तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
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Posted By: Inextlive