बेरोजगारों के समर्थन में उतरे पेरेंट्स
देहरादून (ब्यूरो)। इस प्रदर्शन के माध्यम से पेरेंट्स और अन्य संगठनों ने मुख्य रूप से बेरोजगार युवाओं के आंदोलन के दौरान उन पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की मांग की। पेरेंट्स और सोशल वर्कर्स इस बात को लेकर भी नाराज थे कि युवाओं के आंदोलन के दौरान एसएसपी देहरादून की भूमिका युवाओं को डराने धमकाने वाली थी। लोगों ने एसएसपी के साथ ही एसडीएम सदर और यूकेएसएसएससी के चैयरमैन का तुरंत तबादला करने की मांग की।
ज्ञापन में छह मांगें
संयुक्त विपक्षी दलों और जन संगठनों ने दह सूत्रीय मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट कुस्म चौहान को सौंपा गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि यदि एक सप्ताह के अन्तर्गत मांगों पर कार्यवाही नहीं की गई तो उक्त मांगों पर बड़ा आन्दोलन खड़ा किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने एक स्वर से बेरोजगारों के आन्दोलन का समर्थन करते हुए भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की। इसके साथ ही युवाओं के उत्पीडऩ के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ये संगठन हुए शामिल
इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से उत्तराखंड महिला मंच, अभिभावक संघ, इंसानियत मंच, जनवादी महिला समिति, कर्मचारी संघ, किसान सभा, पीपुल्स फोरम, एसएफआई, एनएसयूआई, जन विज्ञान समिति, जनसंवाद समिति, उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी संयुक्त मंच, कांग्रेस, यूकेडी, पहाड़ी पार्टी, सीपीएम, सीपीआई, जेडीएस, फ्रीडम फाइटर एसोसिएशन, सपा, सीटू, एटक, चेतना आंदोलन के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
- बेरोजगारों की सभी न्यायोचित मांगों को पूरा किया जाए।
-बेरोजगारों पर दर्ज सभी मुकदमें वापस हों।
- दोषी पुलिस अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्यवाही हो।
- यूकेएसएसएससी अध्यक्ष को हटाया जाए और उनकी सम्पत्ति की जांच की जाए।
- भर्ती धाधंलियों की सीबीआई जांच हो।
बेरोजगार आंदोलन : एक नजर
8 फरवरी : उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने गांधी पार्क में सत्याग्रह शुरू किया।
8 फरवरी : देर रात पुलिस ने सत्याग्रह कर रहे युवाओं को उठाकर एकता विहार छोड़ा।
9 फरवरी : रात की घटना का विरोध करने के लिए हजारों युवा और अन्य लोग गांधी पार्क पहुंचे। राजपुर रोड जाम।
9 फरवरी : गांधी पार्क और क्लॉक टावर के पास पथराव, पुलिस का लाठी चार्ज।
9 फरवरी : 13 युवक गिरफ्तार, पूरे शहर में धारा 144 लागू।
10 फरवरी : धारा 144 तोड़कर हजारों लोग शहीद स्मारक पहुंचे। धरना दिया।
10 फरवरी : प्रशासन ने गिरफ्तार युवकों के मुकदमें से धारा 307 हटाने पर सहमति जताई।
11 फरवरी : शहीद स्मारक पर 65 युवाओं का धरना जारी। युवाओं को जमानत नहीं।
12 फरवरी : शहीद स्मारक जाने से रोके गये युवाओं ने कचहरी के बाहर धरना शुरू किया।
13 फरवरी : शहीद स्मारक और कचहरी के बाहर धरना जारी रहा।
14 फरवरी : दोनों जगह धरना जारी, ़3 युवाओं को नहीं मिली जमानत।
15 फरवरी : गिरफ्तार युवाओं के जमानत, कचहरी के बाहर धरना दे रहे युवक शहीद स्मारक गये।
16 फरवरी : शहीद स्मारक पर चल रहा धरना खत्म किया।