बहुचर्चित पेपर लीक मामले में एक और आरोपी को एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया। मूलरूप से गाजीपुर का रहने वाला यह आरोपी नकल गैंग का महत्वपूर्ण सदस्य बताया जा रहा है। एसटीएफ ने उसके पास से पेपर बेचकर कमाये गये 3 लाख 80 हजार रुपये भी बरामद किये हैं। गिरफ्तार आरोपी पेपर लीक मामले के सरगना सादिक मूसा का साथी बताया जा रहा है।

देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार एसटीएफ लगातार पेपर लीक मामले के दो सरगनाओं सादिक मूसा और योगेश्वर राव की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। दोनों पर 25-25 हजार रुपये ईनाम भी रखा गया है। एसटीएफ को सादिक मूसा के एक करीब और पेपर लीक मामले में आरोपी संपन्न राव के बारे में पता चला था। संपन्न राव मूल रूप से गाजीपुऱ यूपी का रहने वाला है। एसटीएफ की टीम ने उसे लखनऊ के गोमतीनगर इलाके से धर-दबोचा। एसटीएफ के अनुसार पुख्ता साक्ष्य और टेक्निकल एविडेंस के आधार पर संपन्न राव को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अब तक 34 गिरफ्तार
पेपर लीक मामले में एसटीएफ अब तक कुल 34 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। लखनऊ में गिरफ्तार किये गये संपन्न के पास से एसटीएफ ने 3.80 लाख रुपये भी बरामद किये हैं। दावा किया गया है कि यह राशि उसने पेपर लीक करवाकर कमाई थी। एसटीएफ अब तक कुल 92 लाख कैश बरामद कर चुकी है। इसके साथ ही गिरफ्तार किये गये आरोपियों की करोड़ों की अवैध संपत्ति का भी पता लगाया गया है। दर्जनों बैंक अकाउंट फ्रीज भी किये गये हैं।

हल्द्वानी आया था संपन्न
एसटीएफ के अनुसार संपन्न राव नकल माफिया गैंग का महत्वपूर्ण सदस्य है। एसटीएफ को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि एग्जाम से पहले संपन्न पेपर लीक मामले के एक अन्य आरोपी के साथ हल्द्वानी आकर रुका था और उसने पेपर लीक करवाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। एसटीएफ उत्तराखंड ने संपन्न से 3.80 लाख रुपये बरामद करने के साथ ही पूर्व में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी विपिन बिहारी के लखनऊ स्थिति घर से भी 6 लाख रुपये बरामद किये हैं। बताया गया है कि इस राशि विपिन बिहारी ने पेपर लीक के माध्यम से कमाई थी।

मूसा बना पहेली
एसटीएफ ने सादिक मूसा और योगेश्वर राव को पेपर लीक मामले का सरगना बताया है। लेकिन, दोनों की गिरफ्तारी के अब तक के सभी प्रयास विफल हो गये हैं। इसीलिए अब दोनों पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया गया है। मूसा तो एसटीएफ के लिए एक पहेली और चैलेंज बन गया है। बताया जाता है कि मूसा पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड होने के बावजूद पर्दे के पीछे से ही काम करता है। अब तक गिरफ्तार आरोपियों में से किसी ने उसे देखा नहीं है। वह सिर्फ व्हाट्सअप पर बात करता है और इसे लिए भी वह फोन सिम के बजाय डोंगल इस्तेमाल करता है।

21 पर गैंगस्टर एक्ट
एसटीएफ एक दिन पहले ही पेपर लीक मामले में गिरफ्तार 21 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगा चुकी है। इसमें उत्तरकाशी का जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह भी शामिल है। एसटीएफ के अनुसार इन 21 आरोपियों की काफी अवैध संपत्ति का पता चला है। अन्य जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। इन संपत्तियों की कुर्की भी की जा सकती है।

Posted By: Inextlive