रिस्पना किनारे अवैध निर्माण पर की जा रही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के विरोध में विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने जहां बस्तीवासियों के साथ नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। वहीं डीएम कार्यालय का कूच कर विरोध भी जताया। दूसरी तरफ वाम दलों समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों व संगठनों ने भी गांधी पार्क में सभा कर सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। मांग की कि बस्तीवासियों पर की जा रही कार्रवाई रुके और उनके पुनर्वास की मांग उठाई गई।

देहरादून (ब्यूरो) थर्सडे को बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बस्तीवासियों के साथ नगर निगम में नारेबाजी और प्रदर्शन किया। यहां पहले से मौजूद पुलिस फोर्स ने डीएम दफ्तर का गेट बंद करा दिया। नारेबाजी करने के बाद पूर्व विधायक राजकुमार ने दीवार फांदकर एडीएम को ज्ञापन दिया। कहा, दून में मलिन बस्तियों में अतिक्रमण के नाम से नगर निगम ने कई बस्तीवासियों को नोटिस भेजे हैं। जबकि, मलिन बस्ती के निवासी कई सालों से परिवार समेत वहां बसे हुए हैं। इस अवसर पर महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा, प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली, निवर्तमान पार्षद निखिल कुमार, सोमप्रकाश वाल्मीकि, अर्जुन सोनकर, उर्मिला थापा, मालती ङ्क्षसह, प्रकाश नेगी, दीप चैहान, जहांगीर खान मौजूद रहे।

सचिवालय कूच के साथ विरोध
मलिन बस्तियों नगर निगम की ओर से की जा रही कार्रवाई के विरोध में विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग थर्सडे को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गांधी पार्क पहुंचे। जहां से उन्होंने जन आक्रोश रैली निकालकर सचिवालय कूच किया। सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सचिवालय के पास पहुंचकर प्रदर्शनकारियों ने अपर तहसीलदार को ज्ञापन देकर ध्वस्तीकरण के रोकने की मांग की। आरोप किए कि बड़े बिल्डरों व सरकारी विभागों के अतिक्रमण पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। इस दौरान सीआईटीयू, एटक, चेतना आंदोलन, इंटक, सीपीआइ (एम), सीपीआइ, सपा, आरयूपी, बसपा, कांग्रेस, महिला मंच, महिला समिति, एसएफआई, एआइएलयू, किसान सभा, सर्वोदय मंडल आदि संगठनों शामिल हुए।

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Posted By: Inextlive