Dehradun News: स्मार्ट सिटी में अब रोबोट से होगी सीवर की सफाई
देहरादून (ब्यूरो) दून में सीवर लाइन की लंबाई तकरीबन 604 किमी। है। सीवर लाइन का मेंटेनेंस जल संस्थान के पास है। सबसे ज्यादा सीवर लाइन जल संस्थान के साथ डिविजन में है। साथ डिविजन 333 किमी। लाइनों का मेंटेनेंस कर रहा है। जबकि नॉर्थ डिविजन के पास 86 और पित्थूवाला डिविजन में 150 के लगभग सीवर लाइनें हैं। सबसे कम रायपुर डिविजन में है। इस डिविजन के तहत सिटी के आउटर वाले इलाके हैं। जहां पर सीवर लाइन अब बिछनी शुरू हुई है। सिटी के कई इलाकों में एडीबी फंड से सीवर लाइन डालने का काम तेजी से चल रहा है। अगले साल तक यह आंकड़ा 1000 के पार जा सकता है।
इलेक्ट्रिक है ये रोबोटिक मशीन
जल संस्थान के सहायक अभियंता हिमांशू बिजल्वाण ने बताया कि ये मानव रहित रोबोटिक मशीन इलेक्ट्रिक है, जो जनरेटर की सहायता से सफाई कार्य कर रही है। यह 20 किलो तक के पार्टिकल्स को एक बार में उठा रही है। फिलहाल संबंधित कंपनी के लोग जल संस्थान के कर्मियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। इस दौरान लक्ष्मी रोड, धर्मपुर, तेगबहादुर रोड व विद्या विहार आदि जगहों पर 20 के करीब चैंबर-मौनहोल की सफाई की गई है। इससे समय की बचत हो रही है।
मैन्युअल के मुकाबले बेहतर
सीवर के मैनहोल की सफाई के दौरान गैस व अन्य कारणों से कई बार सफाई कर्मियों की मौत की घटनाएं सामने आ चुकी है। लेकिन रोबोटिक मशीन के पूरी तरह काम करने पर घटनाएं शून्य होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस मशीन का नाम आॉस्ट्रेलिया में बैंडिकुट नामक चूहे के नाम पर रखा गया है। ये मशीन मेड इन इंडिया है, जो केरला की कंपनी ने तैयार की है। यह एक दिन में 4 से 5 मैनहोल चेंबर को नॉर्मली साफ कर रही है। एक मौनहोल की सफाई में 20 से 25 मिनट तक का समय लग रहा है। जबकि मैन्युअली कई बार एक मैनहोल की सफाई में घंटा भी लग जाते हैं।
इस रोबिटक मशीन के सफल प्रयोग के बाद मैनहोल सीवर की सफाई गति पकड़ेगी। बताया जा रहा है कि प्रयोग सफल रहा तो स्मार्ट सिटी हैवी मॉडल की मशीनें खरीद सकती है। जिसके बाद सीवर सफाई बहुत आसान हो जाएगी।
कैसे काम करता है रोबोट
रोबोटिक मशीन ऑपरेटर की मदद से काम कर रही है। मशीन जनरेटर के थ्रो स्टार्ट होती है। सीवर लाइन का हर 5-6 मीटर पर एक चेंबर है।जबकि यह रोबोटिक मशीन 8 मीटर लंबाई तक सफाई कर सकती है। इसके साथ सफाई कर्मी को मैनहोल के अंदर जाने की जरूरत नहीं है। इसमें कैमरे लगे हैं, जिससे सीवर लाइन के अंदर मलबे को स्क्रीन पर डिस्पले करता है, जिसे स्क्रीन पर देखकर ऑपरेटर मशीन को बटन की मदद से डायरेक्शन देता है।