दून में फ्राइडे को टेंपरेचर बढक़र 37 डिग्री तक पहुंच गया। सैटरडे को और 2 डिग्री सेल्सियस का उछाल आने की संभावना जताई गई है। इस वर्ष देशभर में मार्च का महीना पिछले 122 वर्षों में सबसे ज्यादा गर्म रहा था। अप्रैल का अब तक टेंपरेचर संकेत दे रहा है कि अप्रैल भी अब तक का सबसे गर्म महीना साबित हो सकता है। फिलहाल बारिश की दूर-दूर तक कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। पिछले वर्ष मार्च की शुरुआत के बाद बारिश बंद हुई थी लेकिन 14 अप्रैल के बाद फिर से बारिश शुरू हो गई थी। गर्मी से राहत के साथ ही फॉरेस्ट फायर की घटनाओं में भी कमी आई थी।

देहरादून ब्यूरो।
दून में थर्सडे को मैक्सिमम टेंपरेचर 37.0 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह इस सीजन का सबसे ज्यादा मैक्सिमम टेंपरेचर है। इससे पहले 31 मार्च के बाद से लगातार मैक्सिमम टेंपरेचर 36 डिग्री के आसपास चल रहा था। हालांकि मिनिमम टेंपरेचर 18.3 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने फ्राइडे से अगले चार दिन के लिए तेज गर्मी को अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने फ्राइडे को मैक्सिमम टेंपरेचर में 2 डिग्री तक का उछाल आने की संभावना जताई है और इसी हिसाब से तैयारियां करने की भी सलाह दी है।

2021 था 10 वर्षों में सबसे गर्म
अप्रैल के महीने में पडऩे वाली गर्मी के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 वर्षों में 2021 का अप्रैल सबसे गर्म रहा। 28 अप्रैल 2021 को मैक्सिमम टेंपरेचर 38.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। हालांकि इस वर्ष मार्च का महीने का सबसे ज्यादा मैक्सिमम टेंपरेचर भी 2021 की तरह सबसे ज्यादा 36.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, लेकिन 2021 और 2022 में सबसे बड़ा फर्क यह था कि इस वर्ष पूरे मार्च के महीने में मिनिमम और मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से ज्यादा दर्ज किया गया था। अप्रैल के महीने में भी यही स्थिति अब तक बनी हुई है। पहली अप्रैल से अब तक हर दिन मिनिमम और मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से ज्यादा दर्ज किया गया है।

बारिश 96 परसेंट कम
1 मार्च से 8 अप्रैल में बीच सामान्य रूप से देहरादून में 59.1 मिमी बारिश होती है। पिछले वर्ष इस दौरान नॉर्मल से 80 परसेंट कम बारिश हुई थी। यानी इस अवधि में 10.9 मिमी बारिश हुई थी। लेकिन, इस वर्ष पूरी तरह सूखे की स्थिति बनी हुई है। पिछले वर्ष अप्रैल के महीने में बारिश का सिलसिला बढ़ गया था और 30 अप्रैल तक 68.1 मिमी बारिश हुई थी, यानी 30 अप्रैल को बारिश का आंकड़ा पिछले वर्ष नॉर्मल से 21 परसेंट कम रह गया था। मई के महीने में तो बारिश का आंकड़ा 229.6 मिमी पहुंच गया था, जो नॉर्मल से 59 परसेंट ज्यादा था। इस वर्ष अप्रैल का पहला हफ्ता और आने वाले दिनों का अनुमान इस तरफ संकेत दे रहा है कि अप्रैल का महीना पूरी तरह सूखा जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ेगी, बल्कि फॉरेस्ट फायर से संख्या में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होगी।

फोटो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट।

Posted By: Inextlive