स्मार्ट पोल्स पर पॉल्यूशन डाटा गुम
देहरादून (ब्यूरो)। दरअसल उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने दो दिन पहले दावा किया था कि उसी दिन से दून में एयर क्लालिटी इंडेक्स और रिस्पना, बिंदाल, सौंग और सुसवा नदियों को वाटर क्वालिटी इंडेक्स सिटी में 50 से ज्यादा जगहों पर लगाये गये स्मार्ट पोल्स पर डिस्प्ले किया जाएगा। उसी दिन शाम को यूपीकेसीबी के मेंबर सेक्रेटरी एसपी सुबुद्धि ने एक स्मार्ट पोल का फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिस पर पॉल्यूशन के आंकड़े नजर आ रहे थे। हालांकि उसी शाम स्मार्ट सिटी के एजीएम आईटी ने कहा था कि उन्हें कुछ डेटा मिला है, लेकिन डिस्प्ले के लिए कंफर्मेशन नहीं मिली है।
किसी पोल पर नहीं दिखा डेटा
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एक्यूआई और डब्ल्यूक्यूआई के डिस्प्ले किये जा रहे डेटा के बारे में जानकारी लेने के लिए मंडे को अलग-अलग टाइम सिटी के अलग-अलग क्षेत्रों में 5 स्मार्ट पोल्स का रियलिटी चेक किया। हर स्क्रीन पर 15 से 20 मिनट तक लगातार नजर रखी, लेकिन कहीं भी स्क्रीन पर ऐसा डेटा डिस्प्ले नहीं हो रहा था।
- बुद्धा चौक
- दीन दयाल पार्क
- ट्रैफिक पुलिस कार्यालय के पास
- किसननगर चौक
- पटेलनगर
कोविड और ट्रैफिक की सूचनाएं
लाखों रुपये खर्च कर लगाये गये इन डिस्प्ले बोर्ड पर फिलहाल कोई ऐसी सूचनाएं नहीं दी जा रही हैं, जो आम लोगों के किसी काम की हों। ट्रैफिक रूल्स के बारे में बताया जा रहा है, जो लगभग हर व्यक्ति को मालूम हैं। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बताया जा रहा है, जैसे कि हाथ धोएं, सामाजिक दूरी बनाएं आदि। ये सूचनाएं भी पिछले दो वर्षों में कई बार और कई माध्यमों से आम लोगों तक पहुंच चुकी हैं।
देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जब स्मार्ट पोल्स लगाने की की योजना बनी थी तो कई तरह के दावे किये गये थे। इन स्मार्ट पोल्स में मौसम, पॉल्यूशन और लोगों के काम की दूसरी सूचनाएं डिस्प्ले किये जाने का दावा किया गया था, लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
टि््वटर पर पॉल्यूशन डेटा
फिलहाल स्मार्ट पोल्स की स्क्रीन पर पॉल्यूशन का डेटा बेशक नजर न आ रहा हो, लेकिन यूकेपीसीबी के मेंबर सेक्रेटरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह डेटा शेयर करना शुरू कर दिया है। मंडे को उन्होंने संडे को दून यूनिवर्सिटी में रिकॉर्ड किया गया एयर पॉल्यूशन का डेटा शेयर किया। इस डेटा के अनुसार संडे को दून यूनिवर्सिटी में एक्यूआई 85 था। पीएम-2.5 की मात्रा 51.1 मिग्री पर क्यूबिक मीटर थी।