अब न बिजली के मंथली बिल आने का झंझट न बिलिंग व रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायत और न ही मीटर फास्ट चलने का ही सिरदर्द. अब जितना रिचार्ज उतनी पावो बिजली.


देहरादून, (ब्यूरो): अब न बिजली के मंथली बिल आने का झंझट, न बिलिंग व रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायत और न ही मीटर फास्ट चलने का ही सिरदर्द। अब जितना रिचार्ज उतनी पावो बिजली। जी हां, ऊर्जा निगम अब समार्ट प्रीपेड मीटर लगाने जा रहा है। जिसमें कंज्यूमर घर बैठे मोबाइल से जी-पे, फोन-पे व अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए बिजली रिचार्ज की जाएगी। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। दीवाली से पहले प्रीपेड मीटर लगने शुरू हो जाएंगे। ऊर्जा निगम खुद करेगा शुरुआत


बिजली फीडर व ट्रांसफार्मरों में अब तक 291 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं। इससे बिजली घरों से सप्लाई होने वाली बिजली यूरोपियन कंट्रीज की तर्ज पर रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी। खास बात यह है कि ये मीटर ऑनलाइन होंगे। फीडर व ट्रांसफार्मर से निकले वाली बिजली की एक-एक यूनिट कंजप्सन की पल-पल की जानकारी उपलब्ध होगी। स्मार्ट प्रपेड मीटर लगाने की शुरुआत ऊर्जा निगम मुख्यालय से होगी। इसके बाद ऊर्जा निगम के साथ ही यूजेवीएनएल व पिटकुल में अधिकारियों व कर्मचारियों के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। मिलेगी आधुनिक सुविधाएं

ऊर्जा निगम के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि कंज्यूमर्स को बेहतर सुविधाएं दिए जाने के लिए डिजिटल सेवाओं को अपडेट किया जा रहा है। प्रीपेड स्मार्ट मीटर इसी का पार्ट है। अब बिजली से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियां व बिजली भुगतान आदि सभी सेवाओं को उपभोक्ताओं को घर बैठे मिल जाएगी। सितंबर में निगम का डिजिटल माध्यमों से भुगतान बढकर 80 परसेंट पहुंच गया है। डिजिटलाइजेशन से समय की बचत होगी। ट्रांसफार्मर्स में लगाए स्मार्ट मीटर - 3 डीटी मीटर निरंजनपुर बिजली सब स्टेशन - 5 डीटी मीटर टर्नर रोड सब स्टेशन- निगम के साउथ डिविजन में लगाए गए 196 मीटर- सेंट्रल डिविजन में लगाए गए 95 स्मार्ट मीटर- अब तक फीडर व ट्रांसफामर्स में लगाए गए कुल 291 मीटर - अगले हफ्ते से ऊर्जा निगम से घरेलू क्नेक्शनों पर लगाने शुरू होंगे प्रीपेड स्मार्ट मीटर- सबसे पहले निगम अधिकारियों-कर्मचारियों के घरों के साथ ही सरकारी दफ्तरों में लगेंगे। एप से मिलेगी हर जानकारी

एमडी अनिल कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर एप्लिीकेशन के जरिए बिजली से जुड़ी सेवाओं को जोड़ा गया है। जिसमें बिल भुगतान व रिचार्ज को आसानी से करने, ऊर्जा खपत की सही जानकारी, शिकायत दर्ज करने और विद्युत पैटर्न की सुविधा घर बैठे मोबाइल एप पर मिल जाएगी। इसके साथ ही ऑनलाइन माध्यमों मसलन यूपीसीएल डॉट ओआरजी, भारत बिल पेमेंट से जुडे माध्यमों पेटीएम, फोन-पे, मोबिक्विक एप से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। 4 परसेंट छूट का मिलेगा लाभ बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए ऊर्जा निगम ने घरेलू उपभोक्ताओं को बिल में 4 परसेंट तक की छूट की घोषणा की है। खास बात यह है कि बिजली के पोस्ट पेड कनेक्शन में अब तक महीने व दो महीने में बिल आता है। कई बार बजट से अधिक का भी बिल आता है। लेकिन अब प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने पर मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। कंज्यूमर्स को पहले से पता होगा कि उसे कितने दिन तक बिजली चलानी है। इससे जहां बिजली बिल कंज्यूमर्स के कंट्रोल में होगा वहीं सरकार को बिजली की बचत भी होगी। इसके अलावा प्रीपेड कनेक्शन के कई और भी डायरेक्ट फायदे हैं। बिल पर रहेगा कंज्यूमर्स का कंट्रोल एमडी ने बताया कि स्मार्ट मीटर आम उपभोक्ता का बिजली खर्च कंट्रोल में आएगा। इसके अलावा बिजली चोरी में गिरावट और क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार जैसे कई फायदे होंगे। पहले फेज में 16 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। घर बैठे रिचार्ज कर सकेंगे बिजली
कंज्यूमर्स स्मार्ट मीटर में बिजली का रिचार्ज घर बैठे कर सकेंगे। साथ ही पावर कंजप्शन से जुड़ी सटीक जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। छुट्टियों के दिनों में या रात में बैलेंस खत्म होने के बाद भी अगले 3 दिन तक बिजली की उपलब्धता रहेगी। कंज्यूमर्स को ये होंगे फायदे- कंज्यूमर्स घर बैठे स्मार्ट मीटर को मोबाइल एप से रिचार्ज कर सकेंगे - बिजली की ऑनलाइन होगी उपलब्धता- पल पल के बिजली के उपयोग की मिलती रहेगी जानकारी - घरेलू कंज्यूमर्स को 4 परसेंट बिजली बिल में रियायत मिलेगी- सभी जरूरी सूचनाओं के सन्देश मिलेेंगे- उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल के झंझट से छुटकारा मिलेगा- सोलर लगाने पर इसी मीटर को नेट मीटर में बदलने की सुविधा मिलेगी्रस्मार्ट प्रीपेड मीटर के लाभ- रिचार्ज प्लान के मुताबिक बिजली खपत कर सकेंगे- बिजली खपत पर होगा कंज्यूमर्स का कंट्रोल, बिलिंग में आएगी ट्रांसपैरेंसी- बिजली चोरी रुकेगी, प्रीपेड मीटर में नहीं हो पाएगी कोई छेड़छाड़ - ऊर्जा निगम को ब्लैक आउट को कम करने के लिए मिलेगा रियल टाइम डाटा स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत ऊर्जा निगमों के अफसरों-कर्मचारियों के घरों से होगी। इससे जहां कई समस्याओं से कंज्यूमर्स को निजात मिलेगी वहीं यूरोपियन कंट्रीज की तरह सरकार के पास रियल टाइम बिजली कंजप्सन का डाटा हर वक्त अपडेट रहेगा।अनिल यादव, एमडी, ऊर्जा निगम

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Posted By: Inextlive