3000 रुपये के लिए दोस्त की हत्या
देहरादून ब्यूरो। पुलिस के अनुसार यह घटना 9 जुलाई की है। 14 जुलाई को कारबारी निवासी राजपाल कश्यप ने थाना पटेलनगर में शिकायत दर्ज करवाई कि 9 जुलाई को उसका चचेरा भाई पवन कश्यप उम्र 25 वर्ष दोपहर 2 बजे घर से कुछ देर बाद वापस आने को कह कर गया था। तब से वह लापता है। पुलिस ने इस बारे में गुमशुदगी दर्ज की।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे दो युवक
पुलिस टीम इस मामले की जांच करते हुए सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पवन दो लोगों के साथ जाता हुआ दिखाई दिया। इन दोनों की पहचान अंकित और विक्रम सिंह के रूप में हुई। पुलिस टीम फ्राइडे को शिकायतकर्ता के साथ अंकित व विक्रम सिंह के घर पर पहुंचे तो दोनों वहीं मिल गये। पुलिस ने दोनों को मौके पर पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया। अंकित ने बताया गया कि उसका पवन से 3000 रुपये का लेन देन था। 9 जुलाई को उन्होंने कारबारी के जंगल में पवन के साथ बैठकर शराब पी। नशे में उनके बीच पैसे के लेन-देन को लेकर झगड़ा हो गया। जिस पर उसने और विक्रम ने पवन की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को मौके पर ही दबा दिया।
शव किया बरामद
पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर पवन की डेडबॉडी कारबारी के जंगल में गड्ढे से बरामद की। घटनास्थल के पास से वह लकड़ी भी बरामद की गई जिससे गड्डा खोदकर पवन के शव को दबाया गया था।
- घटना में प्रयुक्त लकड़ी
- मृतक का शव
- गुलाबी रंग के टी शर्ट का टुकड़ा
- चमड़े की बैल्ट ब्राउन कलर आरोपियों की पहचान
- अंकित पुत्र विरेन्द्र कश्यप, निवासी कारबारी साईंलोक कालोनी, नया गाँव, उम्र 21 वर्ष।
- विक्रम सिंह पुत्र स्व। जगदीश सिंह निवासी कारबारी, साईंलोक कालोनी, नया गांव, उम्र 33 वर्ष।