राजधानी दून में तीन दिनों की बारिश ने शहर की सूरत बदल दी. जगह-जगह जल भराव से हाहाकार मच गया. पिछली बार सीएम के निर्देश के बावजूद आईएसबीटी में जल भराव की समस्या इस बार भी सताने लगी है.

देहरादून, (ब्यूरो): राजधानी दून में तीन दिनों की बारिश ने शहर की सूरत बदल दी। जगह-जगह जल भराव से हाहाकार मच गया। पिछली बार सीएम के निर्देश के बावजूद आईएसबीटी में जल भराव की समस्या इस बार भी सताने लगी है। रायपुर सीएचसी के पास खाली जमीन पर जलभराव से इस बार भी डेंगू की आशंका से लोग सहमे हुए हैं। आईटी पार्क में बारिश से पुल जर्जर हो गया है। प्रिंस चौक, बुद्धा चौक, रिस्पना, कांवली रोड समेत दर्जनों इलाकों में जल भराव से पूरा जन जीवन प्रभावित हो रहा है। शहर में बारिश से हाहाकार मचने के बाद शहर के दो-दो विधायक और डीएम ने जलभराव क्षेत्रों का दौरा करने सड़क पर उतरे। तब जाकर विभागीय अफसरों की निद्रा टूटी।

निकासी को रैपिड प्लान
आईएसबीटी में लंबे समय से जल भराव हो रहा है। पिछले साल सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी यहां का दौरा किया था। उन्होंने अफसरों को अगली बरसात से पूर्व जल निकासी के निर्देश दिए थे। लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। हालांकि डीएम सोनिका ने बताया कि जल निकासी के कार्य हुए हैं। आईएसबीटी फ्लाईओवर के एक साइड की जल निकासी की समस्या खत्म हो गई है। सड़क की दूसरी साइड का कार्य लंबित चल रहा है।

एक सप्ताह का अल्टीमेटम
क्षेत्रीय विधायक विनोद चमोली जल भराव को लेकर मौजूद अफसरों पर बरस पड़े। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान, पेयजल निगम, नगर निगम व सिंचाई विभाग को एक सप्ताह में शॉट टर्म प्लान और 10 दिन के भीतर लॉग टर्म प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईएसबीटी का जल भराव प्रशासन का फेल्योर है। बजट न मिलने का बहाना बनाकर दायित्वों की इतिश्री नहीं जानी चाहिए। कहा कि सीएम के आदेश के बावजूद समस्या का समाधान पूरी तरह से नहीं हुआ। उन्होंने जलभराव के जल्द समाधान के निर्देश दिए।

सेना की जमीन बन रही डेंगू जोन
रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने खाली पड़ी सैकड़ों बीघा जमीन पर जल भराव डेंगू के डंक को बढ़ा रहा है। इस पानी में डेंगू के मच्छर पलने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इस बात यह बात भी पुख्ता करती है कि दून में सबसे पहले डेंगू मरीज पूर्व की तरह रायपुर से ही आया है और सर्वाधिक डेंगू मरीज भी रायपुर एरिया में आते हैं। क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने यहां से जल निकासी की योजना बनाकर सौंग की तरफ डायवर्ट करने के निर्देश दिए हैं।

सौंग नदी के बहाव पर निगरानी के निर्देश
रायपुर में सौंग नदी पर बने पुल के सुरक्षात्मक कार्य और नदी के बहाव के लिए चैनलाइजेशन कार्यो का भी डीएम सोनिका ने निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अफसरों को नदी के बहाव पर बराबर निगरानी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पुल के आगे की ओर तटीय क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के तहत किए जा रहे कार्यों को मानकों के अनुरूप करने के निर्देश दिए। साथ ही जल भराव की समस्या से निपटने के लिए सभी विभागों के अफसरों को संसाधनों के साथ अलर्ट रहने के भी निर्देश दिए।

आईटी पार्क के पास पुल जर्जर
पहली ही बारिश में आईटी पार्क के डांडा लखौंड में एटीएस कॉलोनी को जोडऩे वाला पुल जर्जर हो गया है। इस पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है। पुल की अतिशीघ्र मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा डीएम सोनिका ने जल भराव संभावित क्षेत्रों से पानी की निकासी और नदी का चैनलाइजेशन करने करने साथ ही नदी, नालों के किनारे बसे लोगों को आपदा की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मोथरोवाला में नदी में पड़े मलबे से पास के मकानों में भूकटाव की संभावना जताते हुए सिंचाई विभाग को चैनलाइजेशन का मलबा हटाने के निर्देश दिए।

सड़क पर गड्ढ़े, बिफर पड़ी डीएम
निरीक्षण के दौरान डीएम को बंजारावाला बंगाली कोठी चौक के आगे सड़क पर गड््ढ़े होने पर उत्तराखंड अरबन शहरी विकास एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने युद्धस्तर पर कार्य करके सड़क को शीघ्र ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर फिर कार्यों का अवलोकन के निर्देश दिए। डीएम ने मोथरोवाला का निरीक्षण करते हुए आबादी के पास बह रहे नाली, नाले की सपुाई और नदियों का चैनलाईजेशन करने के निर्देश दिए। साथ ही ऊर्जा निगम को करंट का खतरा देखते हुए जर्जर पोल को बदलने के निर्देश दिए। नगर निगम को चाक नालियों की सफाई जल्द से जल्द करने के भी निर्देश दिए।

सैटरडे को यहां हुई नालों की सफाई
-चंद्रमणी श्मशानघाट नाला
- अहीर मंडी, डोभालवाला
- चुक्खूमोहल्ले से कालिका मंदिर
- बकरालवाला
- आईएसबीटी से ट्रा्रंसपोर्ट नगर
- सी ब्लाक रेसकोर्स नाला
-बसंत विहार से पंडितवाड़ी
- डिफेंस कालोनी

जलभराव के मुख्य कारण
- राजधानी में पूरी तरह दुरुस्त नहीं है ड्रेनेज सिस्टम
- प्रिंस चौक के पास ड्रेनेज फॉल का काम अधूरा
- आईएसबीटी में किया गया जल निकासी का अधूरा काम
- बरसात में सीवर चैंबर चोक होने से होता है जल भराव
- सीएम के निर्देश के बादवजूद नहीं बना आईएसबीटी का ड्रेनेज प्लान
- रायपुर सीएचसी के सामने की जमीन सेना की
- तीन साल से पत्राचार के बाद भी नहीं आया सेना का कोई जवाब
- हर साल जल भराव से जनता बेहाल, सिस्टम के दावे हो रहे फेल

ये अफसर रहे मौजूद
सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूश सिंह, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम वसीम अहमद, संजय राज सिंचाई विभाग, अधिशासी अभियंता राजेश लाम्बा, सिंचाई विभाग, सतीश नौटियाल जल संस्थान, नवनीत पांडे आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

कई जल जल भराव की शिकायत मिलने पर डीएम के साथ ही विभागीय अफसरों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया गया। संबंधित अफसरों को एक सप्ताह के भीतर जल निकासी के रैपिड प्लान बनाने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले साल की अपेक्षा कम जल भराव हो रहा है।
विनोद चमोली, विधायक, धर्मपुर

जल निकासी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नाले-नालियों की सफाई की जा रही है। नदियों का चैनलाईजेशन का काम भी जारी है। जहां समस्या ज्यादा है वहां अस्थाई व्यवस्था के तहत जल निकासी के प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों के गड््ढ़े दुरुस्त करने के भी निर्देश गए हैं।
डीएम, सोनिका, देहरादून

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Posted By: Inextlive