मोबाइल वैन को बना दिया चैक पोस्ट, व्यापारियों की मांग, बंद हो उत्पीडऩ
देहरादून, 2 अगस्त (ब्यूरो)। दून उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने बताया कि व्यापरियों का जो सामान दूसरे प्रदेशों से आ रहा है। उसमें जबरदस्ती से व्यापारियों व ट्रांसपोटर्स के वाहनों को रोका जा रहा है। कहा, एकाध मानवीय गलती, क्लेरीकल मिस्टेक व ई-वे बिल की गलती ढूंढकर जबरदस्ती उनके माल को रोका जा रहा है। अधिकारी जीएसटी कानून का डर दिखाकर व्यापारियों से बड़ी मात्रा में जुर्माना भी वसूला जा रहा है। व्यापरियों ने कहा कि कारणवश यह कानूनी मजबूरी है, तो ऐसे मामले में अधिकारी अपने विवेक का इस्तमाल कर न्यूनतम जुर्माना लेकर भी माल को छोड़ सकते हैं। लेकिन, इन अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। जिससे व्यापारियों व ट्रांसपोटर्स में आक्रोश व्याप्त है।
व्यापारियों की टैक्स चोरी की कोई मंशा नहीं
व्यापारियों ने कहा कि व्यापारी की टैक्स चोरी की कोई मंशा नही है। भूलवश व्यापारी द्वारा उसमें कोई छोटी गलती रह भी जाती है तो उसमें कोई न कोई गलती निकालकर व्यापारी से जीएसटी कानून के मुताबिक ज्यादा जुर्माना वसूला जा रहा है। इससे व्यापारियों का सामान रुक जा रहा है। जिससे व्यापारी को कई दिनों तक चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं, वाहन स्वामी भी परेशान हो रहा है। व्यापारियों ने मंत्री को शिकायत की कि व्यापारी की ओर जुर्माना न भरने पर उनको धमकाया जाता है कि उनके प्रतिष्ठान पर छापेमारी की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। विभाग में उनकी फाइल व रिकॉर्ड खराब करवा देंगे। आरोप हैं कि चैकिंग के दौरान कुछ गलती न मिले तो व्यापारी का माल चैक पोस्ट पर खोल दिया जाता है। बिल से उसका मिलान किया जाता है। इससे व्यापारी का समय भी बर्बाद हो रहा है। इस दौरान दून उद्योग व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष डीडी अरोड़ा, पलटन बाजार व्यापार मंडल के अध्यक्ष संतोख नागपाल, राजेश बडोनी, विजय कोहली, पार्षद अजय सिंघल, संजय जैन, नरेश गुप्ता, विजय गोयल, आदेश अग्रवाल, सुयश गर्ग, सुमिल कुमार, सतीश मेहता, अक्षत जैन आदि मौजूद रहे।dehradun@inext.co.in