एमडीडीए खुद बनाएगा एचआईजी फ्लैट्स
देहरादून (ब्यूरो)। बोर्ड बैठक में एमडीडीए-वीसी बीके संत ने कहा कि एचआईजी प्रोजेक्ट के ई, एफ और जी ब्लॉक में फिनिशिंग का काम पूरा नहीं हो पाया है। निर्माण कंपनी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) काम पूरा करने में सफल नहीं रही है। जिस कारण अब तक फ्लैट का आवंटन नहीं हो पाया। आखिर में इस पर सहमति बनी कि बाकी के काम एमडीडीए स्वयं पूरे कराएगा। इसके अलावा अवशेष राशि में से यूपीआरएनएन को पेमेंट नहीं किया जाएगा।
72 करोड़ के फ्लैट का आवंटन नहीं
बताया गया कि आईएसबीटी के एचआईजी प्रोजेक्ट में तीन ब्लॉक हैं, जहां 102 फ्लैट मौजूद हैं। इनमें एक फ्लैट की कीमत करीब 71 लाख रुपये है। इस तरह यूपीआरएनएन की धीमी रफ्तार के कारण एमडीडीए के करीब 72 करोड़ रुपये के फ्लैट का आवंटन अब तक नहीं हो पा रहा। बोर्ड बैठक में एडीएम एफआर केके मिश्र, एमडीडीए सचिव एमएस बर्निया, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक एमएम श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव रजा अब्बास, सहायक नगर आयुक्त रवींद्र दयाल मौजूद रहे।
बोर्ड मीटिंग पर एक नजर
-बोर्ड बैठक में लैंड यूज के सबसे ज्यादा 19 मामले रहे।
-बोर्ड के सामने वेडिंग प्वाइंट निर्माण के 3 मामले आए।
-अन्य बड़े निर्माण के रखे गए 15 नए मामले।
-10 मामले व्यावसायिक निर्माण के रहे शामिल।
-1 कोचिंग सेंटर, 1 होटल व 1 रेस्टोरेंट के भी मामले।
-1 पेट्रोल पंप, 1 वाहन क्रय व 1 ऑफिस बिल्डिंग मामला भी शामिल।
-आचार संहिता लागू होने से पहले हुई बैठक में अधिकतर प्रस्ताव पास
बैठक में बोर्ड अध्यक्ष व गढ़वाल कमीश्नर के लिए एक इनोवा क्रिस्टा कार टॉप मॉडल खरीदे जाने पर भी सहमति बनी। इसी प्रकार से मौजा बिष्ट गांव का लैंड यूज एग्रीकल्चर से व्यावसायिक में चेंज किए जाने पर भी निर्णय लिया गया।