राजधानी दून में कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के बेसमेंट को दूसरी गतिविधियों में यूज करने को लेकर एमडीडीए एक्शन मोड में आ गया है. एमडीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश के बाद एमडीडीए के इंजीनियर आज यानि मंडे से फील्ड में उतरकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करेंगे.


देहरादून, (ब्यूरो): राजधानी दून में कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के बेसमेंट को दूसरी गतिविधियों में यूज करने को लेकर एमडीडीए एक्शन मोड में आ गया है। एमडीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश के बाद एमडीडीए के इंजीनियर आज यानि मंडे से फील्ड में उतरकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करेंगे। एमडीडीए ने शहर को चार जोन में बांटा है। अलग-अलग जोन में इंजीनियरों को टीमों को प्रभार दिया है। टीमें कॉम्प्लेक्स, होटल व अन्य कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में बेसमेंट की स्थिति क्या है व यहां किस तरह की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। वीसी ने निर्देश दिए कि बेसमेंट में पार्किंग के अलावा दूसरा यूज होने पर सीधे ऐसे प्रतिष्ठानों पर सीलिंग की कार्रवाई की जाए। बेसमेंट कवर, सड़क पर पार्किंग


दिल्ली में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में हुई घटना के बाद दून में व्यापक स्तर पर पड़ताल शुरू कर दी गई है। शहर में कई शॉपिंग कॉम्प्लेक्सों और होटल में बेसमेंट पार्किंग का दूसरा यूज किया जा रहा है। बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा न होने से लोग सड़कों पर वाहनों को पार्क करने को मजबूर हो रहे हैं। सड़क पर वाहन खड़े करने से ट्रैफिक बाधित हो रहा है। सड़क पर जाम लग रहा है।जलभराव वाले बेसमेंट होंगे चिन्हित

शहर के कई बड़े कॉम्पलेक्सों के बेसमेंट में जल भराव होने से समस्या बढ़ गई है। बेसमेंट में पानी भरने से वाहन इसमें पार्क नहीं हो रहे हैं। पब्लिक सड़कों पर वाहन खड़ा करने को मजबूर हो रही है। जिससे सड़क पर यातायात प्रभावित हो रहा है। एमडीडीए की टीम जलभराव वाले बेसमेंट की भी पड़ताल कर उन्हें चिन्हित करेगी। शहर को 4 जोन में बांटकर एक्शनबेसमेंट में कोचिंग संस्थानों के साथ ही अन्य गतिविधियों के संचालन को लेकर एमडीडीए ने पड़ताल शुरू कर दी है। एमडीडीए ने शहर को चार जोन में बांटा है। हर जोन में एक-एक टीम का गठन कर कार्रवाई शुरू कर दी है। टीम अपने-अपने क्षेत्रों में कॉमर्शियल बिल्डिंग्स व उनके नक्शों की पड़ताल कर रही है। स्वीकृत नक्शे के अनुरूप बेसमेंट का यूज हो रहा है या नहीं। इसके अलावा बेसमेंट में किस तरह की गतिविधियों का संचालन हो रहा है, इन सारे बिंदुओं पर बिल्डिंग्स में बेसमेंट पार्किंग का जांच की जा रही है। इन बिंदुओं पर होगी पड़ताल -बेसमेंट में कोई कोचिंग संस्थान या कोई अन्य गतिविधि तो नहीं हो रही है। -कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है या नहीं। -बेसमेंट पार्किंग के लिए स्वीकृत है या अन्य गतिविधि के लिए।- कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में बेसमेंट पार्किंग यूज हो रही है या नहीं।

- बेसमेंट में जलभराव होता है, तो ऐसी कॉम्प्लेक्स व होटल चिन्हित किए जाएंगे। पुलिस-प्रशासन को सौंपेंगे लिस्टएमडीडीए वीसी बंशीधर तिवारी ने बताया कि जिला प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस को शहर में उन तमाम प्रतिष्ठानों की सूची उपलब्ध कराई जाए, जहां पर प्राधिकरण ने वाहन पार्किंग सुनिश्चित की है। कहा कि प्राधिकरण की ओर से समय-समय पर कॉमर्शियल भवनों में पार्किंग की चेकिंग को अभियान चलाया गया है। जिन संचालकों ने अपने यहां पार्किंग की व्यवस्था नहीं की उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। एक नजर में शहर -13 लाख के करीब है शहर की आबादी - 10 लाख से अधिक है वाहनों की संख्या - 400 से अधिक भवनों और कॉम्प्लेक्सों में पार्किंग की समस्या -200 से अधिक कॉम्प्लेक्स संचालकों को जारी किए गए हैं नोटिस -50 से 80 हजार नए वाहन उतर रहे हर साल दून की सड़कों पर - 100 से अधिक हैं शहर में कोचिंग संस्थानों की संख्या अल्टीमेटम के बाद भी सुधार नहीं
एमडीडीए पूर्व में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स संचालकों को बेसमेंट पार्किंग को लेकर कई बार वार्निंग दे चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी हालत नहीं सुधरे। वीसी बंशीधर तिवारी ने कॉम्प्लेक्स, होटल व मॉल संचालकों को खुद की पार्किंग हर हाल में शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्राधिकरण के इंजीनियरों को निर्देश दिए हंै कि पूर्व में चिन्हित कॉम्प्लेक्सों में पार्किंग व्यवस्था का निरीक्षण किया जाए। जहां पार्किंग की व्यवस्था नहीं हो पाई है, उन्हें सील किया जाए। बेसमेंट में किसी भी तरह की मानवीय गतिविधियां पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। संज्ञान में आया कि कई होटल, कॉम्प्लेक्सों में बेसमेंट पार्किंग में अन्य गतिविधियां संचालित की जा रही है। बेसमेंट में भविष्य में कोई दिल्ली जैसी घटना न हो, इसके लिए प्राधिकरण इंजीनियर्स को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बंशीधर तिवारी, वाइस चेयरमैन, एमडीडीए

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Posted By: Inextlive