एमडीडीए की बोर्ड मीटिंग में 50 नक्शे स्वीकृत
- प्राधिकरण की 107वीं बोर्ड बैठक में 64 में से 6 प्रस्तावों किए गए मंजूर
- नव नियुक्त चेयरमैन को वीसी बंशीधर तिवारी ने पुष्प गुच्छ देकर किया स्वागत
कृषि भूमि पर इको-रिसोर्ट को अनुमति
एमडीडीए की बोर्ड बैठक में इको-रिसोर्ट निर्माण को स्वीकृति दे दी गई है। दूर दराज के क्षेत्रों में कृषि भूमि पर इको-रिसोर्ट के निर्माण को तय शर्तो के साथ अनुमति देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही बहुप्रतीक्षित फसाड़ नीति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी गई। इसके लिए बोर्ड के समक्ष द इंडियन इंस्टीट््यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स की ओस से भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। केवल मुख्य मार्गों पर ही फसाड का कार्य किया जा सकेगा। प्राधिकरण ने इसके लिए वास्तुकला, कलाकृति और ािश्ल्प के समावेश से संबंधित डिजाइन भी मंजूर किए हैं। फसाड़ कार्य भूवन में भूतल से लेकर ऊपर तलों तक करना होगा।
मोबाइल टावर को आइटीडीए करना होगा आवेदन
बोर्ड बैठक में मोबाइल टॉवर से संबंधित शासनादेश को भी बोर्ड में अंगीकृत किया गया है। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। मोबाइल टॉवर से संबंधित नक्शा स्वीकृत कराने के लिए आईटीडीए में आवेदन करना होगा। आईटीडीए के माध्यम से ही अब एमडीडीए को नक्शे स्वीकृत होंगे। 7 दिन में प्राधिकरण को इस पर रिपोर्ट देनी होगी। सात दिन में रिपोर्ट नहीं लगने पर नक्शे को स्वत: ही स्वीकृत मान लिया जाएगा।
नक्शे में सड़क की चौड़ाई को लेकर नियमानुसार शिथिलता देने को स्वीकृति दी गई। इसमें 25 प्रतिशत तक की दूट को प्राधिकरण ने अनुमन्य किया है। इससे अधिक की छूट के लिए यूएचयूडीए और शासन को भेजा जाएगा। आईएसबीटी देहरादून का संचालन और रखरखाव अब प्राधिकरण ही करेगाज्ञ। पूर्व तक रैम्की कंपनी संचालन करती थी। बोर्ड ने इसकी स्वीकृति दे दी है। बोर्ड मीटिंग में 50 नक्शों को स्वीकृति दी गई है। बोर्ड बैठक का संचालन सचवि मोहन सिंह बर्निया ने किया है।
ये लिए गए मुख्य निर्णय
- एमडीडीए सभागार में संपन्न हुई बोर्ड बैठक में 50 नक्शे किए गए मंजूर
- इको-रिसोर्ट निर्माण दूर दराज क्षेत्रों में कृषि भूमि पर कर सकेंगे
- मोबाइल टावर से संबंधित शासनादेश अंगीकृत, आईटीडीए के माध्यम से स्वीकृत होंगे नक्शे
- केवल मुख्य मार्गों पर ही होगा फसाड कार्य, भवन में भूतल से लेकर ऊपरी तलों तक फसाड़ कार्य अनिवार्य
- नक्शों में सड़क की चौड़ाई को लेकर 25 परसेंट तक रियायत को दी गई मंजूरी
- बोर्ड ने दी स्वीकृति, आईएसबीटी का संचालन और रखरखाव खुद करेगा एमडीडीए
वीसी बंशीधर तिवारी के अलावा अपर सचिव आवास अरत सिंह, एडीएम रामजी शरण, संयुक्त सचिव रजा अब्बास, मुख्य नगर नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता हरीश चंद्र राणा, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता दीपक नौटियाल, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार, सुध्रीर कुमार गुप्ता और अतुल गुप्ता आदि मौजूद रहे।