Dehradun News: सिटी में अधिकतम 40 की स्पीड, 150 की रफ्तार ले उड़ी 6 जान
देहरादून, ब्यूरो: राजधाानी दून में दिल दिहलाने वाले रोड एक्सीडेंट ने न सिर्फ रोड सेफ्टी के सिस्टम को, बल्कि माता-पिता को भी बच्चों पर कड़ी निगरानी का सबक सिखाया है। बच्चे अक्सर झूठ बोलकर मौज-मस्ती करने जाते हैं। इस एक्सीडेंट में भी कमोबेश यही सामने आया है। लगभग सभी युवाओं ने घर में युवा महोत्सव होने की बात कहकर जल्द लौटने की बात कही, लेकिन वह बर्थडे व न्यू कार की पार्टी मनाने बार में पहुंच गए। मौत से बेखबर सभी 6 के छह युवक-युवतियां एक्सीडेंट से पहले खूब हंसी-मजाक कर रहे थे, लेकिन उन्हें इस बात का शायद ही गुमान रहा होगा कि यह उनकी आखिरी पार्टी साबित होगी। ब्रेक-एक्सीलीटर की जगह मिली बोतल
एक्सीडेंट के बाद ट्यूजडे को डीएम व जिला सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सविन बंसल के निर्देश पर आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी, एआरटीओ (प्रवर्तन) राजेंद्र विराटिया, आरआई (प्राविधिक) हरीश बिष्ट, लीड एजेंसी के सदस्य नरेश संगल व दुर्घटनाओं की जांच करने वाली जेपी इंस्टीट््यूट की टीम ने ओएनजीसी चौक पहुंचकर टनास्थल का तकनीकी निरीक्षण किया। टीम के अनुसार दुर्घटना बल्लूपुर चौक-गढ़ीकैंट मुख्य मार्ग से एक किमी। पहले ओएनजीसी चौक पर हुई। प्रारंभिक जांच के बाद आरटीओ तिवारी ने बताया कि जिस जगह दुर्घटना हुई, वहं मार्ग पर्याप्त चौड़ा व पक्का है। मौसम भी साफ था। रोड पर डिवाइडर, रिफ्लेक्टर आदि लगे हुए हैं। कार का इंजन, छत, बाडी, रिम, चेसिस व अन्य पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो चुका है। कार का बायां हिस्सा यानी चालक के बगल वाला हिस्सा कंटेनर में पीछे से टकराया। ब्रेक व एक्सीलेटर पैडल दुर्घटना के कारण दबे हुए पाए गए व एक बोतल भी मिली है, जिसकी विस्तृत जांच की जाएगी।स्पीड इतनी कि एयरबैग भी नहीं खुल सकेघटना स्थल के निरीक्षण के दौरान रोड दुरुस्त मिली। जिस जगह दुर्घटना हुई वहां मार्ग 20 फीट से अधिक चौड़ा है। प्रारंभिक जांच में तकनीकी टीम को अनुमान है कि चौराहे पर गति नियंत्रित न कर पाने के कारण दुर्घटना हुई है। अंदेशा यह भी है कि संभवत: ब्रेक के नीचे कोई बोतल फंस जाने कारण चालक ब्रेक नहीं लगा सका। टक्कर लगने के बाद कार के एयरबैग खुल गए थे, लेकिन गति बेलगाम होने के कारण एयरबैग युवाओं की जान नहीं बचा सके। इन कारणों की जांच के बाद टीम ने डीएम को रिपोर्ट भेज दी है।5 का पोस्टमार्टम
एक्सीडेंट के बाद 6 मृतकों के शवों को जिला अस्पताल कोरोनेशन ले जाया गया। जहां 5 मृतक का पोस्टमार्टम हुआ। चंबा हिमाचल प्रदेश निवासी कुणाल कुकरेजा के परिजन अभी दून नहीं पहुंच पाए हैं। भाजपा नेता बलजीत सोनी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री डा। धन ङ्क्षसह रावत ने कोरोनेशन अस्पताल में डीएम से बातचीत की और परिजन के दून पहुंचने के बाद ही मृतक कुणाल का पीएम बुधवार को करवाने को कहा। रात भर चलने वाले बार का हो समय निर्धारित राजपुर क्षेत्र में रात भर चलने वाले शराब बार का समय निर्धारित करने की मांग को लेकर लोगों ने स्वास्थ्य मंत्री के सामने बात की। बताया, राजपुर रोड पर बार के टोकन सुबह चार तक मिलते हैं। ऐसे में युवक रात भर नशा करते हैं। जिससे रात के समय हादसों का खतरा बना रहता है। लोगों ने मांग की कि सिटी में रातभर खुलने वाले बार पर नियंत्रण किया जाए। गुनीत ने घर में भेजा सहेली के घर रुकने का मैसेज
हादसे में जान गंवाने वाले 6 युवक-युवतियां सोमवार शाम को परेड ग्राउंड में आयोजित युवा महोत्सव में गए थे। करीब 1 घंटा महोत्सव में बिताने के बाद वह पार्टी के लिए निकले। बताया जा रहा है कि रात को गुनीत कौर अपनी सहेली कामाक्षा के घर रुकी थी। ऐसे में गुनीत ने अपने परिजनों को मैसेज भेजा कि वो सहेली के घर रूक गई है। रात में जब परिजनों को जानकारी मिली, उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बिना पंजीकरण कैसे चल रही थी कार जिस कार से दुर्घटना हुई वह टोयोटा कंपनी की इनोवा जेड-एक्स हाइब्रिड मॉडल है और यह कार धनतेरस के दिन यानी 30 अक्टूबर को ही अतुल अग्रवाल ने खरीदी थी। कार देहरादून आरटीओ कार्यालय में पंजीकृत तो हो गई थी, लेकिन कार स्वामी ने अब तक इसकी नंबर प्लेट नहीं लगाई थी। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार बिना पंजीकरण कराए या बिना नंबर प्लेट कोई भी वाहन सड़क पर नहीं दौड़ सकता। सीए बनना चाहती थी कामाक्षी 20 वर्षीय कामाक्षी अपने पिता की इकलौती संतान थी। पिता ने उसकी हर मुराद पूरी की। गत 27 अक्टूबर हो शहर के एक होटल में कामाक्षी ने परिवार के साथ अपना बर्थडे मनाया। बदले में कामाक्षी भी सीए बनकर नाम कमाना चाहती थी। कांवली रोड निवासी 20 वर्षीय कामाक्षी ग्राफिक एरा से बीकाम की पढ़ाई कर रही थी। इसके बाद उसने सीए कोर्स का मन बनाया था। कुणाल ने गोवा में मनाया था बर्थडे
हिमाचल के चंबा के रहने वाले 23 वर्षीय कुणाल कुकरेजा की भी हादसे में दर्दनाक मौत हुई। कुणाल दून में ग्राफिक एरा विवि से बीबीए की पढ़ाई कर रहा था और राजेंद्रनगर क्षेत्र में रह रहा था। बताया जा रहा है कि गत 4 नवंबर को कुणाल का जन्मदिन था, जो उसने अपने कुछ अन्य दोस्तों के साथ गोवा में मनाया था। 4 मई को मसूरी में भी गई थी 5 स्टूडेंट्स की जानयुवाओं में देर रात पार्टी और लांग-ड्राइव का जुनून सिर चढ़कर बोल रहा है। इसी वर्ष 4 मई को तड़के मसूरी में कार खाई में गिरने से 5 स्टूडेंट्स की जान चली गई थी। यह सभी स्टूडेंट्स फोर्ड की एंडेवर कार से रात ढाई बजे घूमने निकले। सुबह करीब पांच बजे दून लौटते समय मसूरी में झड़ीपानी रोड पर कार सड़क पर पलटी। ओवर स्पीड का चालान खानापूर्तिओवरस्पीड से वाहन चलाने पर पुलिस ने 2024 में 19957 चालान किए। मसलन, चालान के नाम पर जुर्माना वसूला जाता है और उसके बाद वाहन चालकों का वही हाल। खास बात ये है कि चालान के लिए पुलिस का सबसे ज्यादा टारगेट नो पार्किंग, विदआउट हेलमेट व दोपहिया वाहनों पर ट्रिपल राइडिंग शामिल रहता ह। जबकि, रात के वक्त अपनी व दूसरों की ङ्क्षजदगी को खतरे पर डालने वालों पर पुलिस की कार्रवाई फीकी दिखती है।कहां गए हाईटेक कैमरे कहने के लिए शहर के 49 चौक-चौराहों पर पुलिस व स्मार्ट सिटी की हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं। जिनके जरिए एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर रीडिंग प्लेट रीडिंग) तक की सुविधा होने का दावा किया जाता है। हां, एकाध पर हरिद्वार रोड पर ओवरस्पीड को लेकर वाहन चालकों के घर तक चालान पहुंचे। लेकिन, ओवर स्पीड पर जिस प्रकार से हाईटेक कैमरों से चालान की बात की जा रही है। वैसा देखने को नहीं मिला। वाहनों की स्पीड लिमिट-सिटी में अधिकतम स्पीड लिमिट 40 किमी प्रति घंटा।-सोमवार देर रात हुई दुर्घटना की शुरुआती जांच का अनुमान 140 से 150 किमी प्रतिघंटा होने का अनुमान।-आरटीओ के मुताबिक दून जिले में 10 माह में 158 लोगों की गई जान-दून जनपद में कुल 435 वाहन दुर्घटनाएं आई सामने, 376 लोग हुए घायल। -गत वर्ष इस अवधि में 373 सड़क दुर्घटनाएं, 151 लोग काल के गाल में समाए।
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