दून हॉस्पिटल के 2017 में मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद गर्भवती महिलाओं के लिए गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में सुविधा शुरू की गई थी। लेकिन यहां गर्भवती महिलाओं को ले जाने के लिए रैंप और लिफ्ट की प्रॉपर व्यवस्था न होने के कारण गर्भवती महिलाओं को दिक्कत झेलनी पड़ रही थी। इसे अब पूरी तरह से कोरेानेशन हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। अब गांधी शताब्दी में आई डेंटल और स्किन ओपीडी संचालित होगी। वहीं आज से कोरोनेशन हॉस्पिटल में मेटरनिटी यूनिट शिफ्ट होने से गर्भवती महिलाओं को सारी फैसिलिटी मिल सकेंगी।

देहरादून(ब्यूरो)। कोरोनेशन हॉस्पिटल में सोमवार से 1 गायनी ओपीडी शुरू कर दी गई है। कोरोनेशन हॉस्पिटल में 4 ओपीडी रोजाना संचालित की जाएंगी। इससे पहले गांधी शताब्दी हॉस्पिटल में केवल 3 गायनी ओपीडी संचालित हो रही थी। कोरोनेशन में ओपीडी की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। इसके साथ ही हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर पर मैटरनिटी वार्ड को भी शिफ्ट कर दिया गया है। यहीं पर इमरजेंसी की भी सुविधा मौजूद रहेंगी।

सर्जन के लिए नहीं करना होगा इंतजार
गांधी शताब्दी हॉस्पिटल में मैटरनिटी ओपीडी और वार्ड में गर्भवती महिलाओं को सर्जरी की जरूरत पड़ने पर सर्जन बुलवाने की जद्दोजहद अब नहीं करनी होगी। पहले कई बार घंटो-घंटो में सर्जन पहुंचते थे। हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार कोरोनेशन हॉस्पिटल में आने से अब एक ही बिल्डिंग में ओटी और सर्जन मौजूद रहेंगे। एनेस्थेटिस्ट का भी वेट नहीं करना पड़ेगा।

अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांच
गांधी शताब्दी हॉस्पिटल में मैटरनिटी वार्ड होने के कारण अल्ट्रासाउंड से लेकर अन्य जांच के लिए गर्भवती महिलाओं को कोरोनेशन हॉस्पिटल में पहुंचना पड़ता था। दोनों हॉस्पिटल की बिल्डिंग में दूरी अधिक होने एवं ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा न होने के कारण गर्भवती महिलाओं को समस्या झेलनी पड़ रही थी। जिसे देखते हुए सभी क्लीनिकल ओपीडी और वार्ड को एक ही बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। जिससे पेशेंट को परेशानी न हो।
dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive