पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड मूसा व राव गिरफ्तार
देहरादून ब्यूरो। वीपीडीओ और वीडीओ पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ में जुलाई में शुरू की थी। 24 जुलाई से गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू किया गया। अगस्त में महीने में लगातार गिरफ्तारियां होती रही। गिरफ्तार किये गये लोगों में उत्तराखंड और यूपी के लोग शामिल थे। इनमें कोचिंग सेंटर चलाने वाले, टीचर्स, पुलिसकर्मी, कोर्ट कर्मचारी और यूनिवर्सिटी कर्मचारी भी शामिल थे। इस मामले में सबसे बड़ा नाम अब तक हाकम सिंह का सामने आया है। हाकम सिंह उत्तरकाशी का जिला पंचायत सदस्य है। पेपर लीक मामले में नाम आने के बाद वह विदेश भाग गया था, लेकिन लौटते ही एसटीएफ ने उसे दबोच लिया था। इस मामले में अब तक 41 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मूसा व राव मास्टर माइंड
बीते 3 सितंबर को एसटीएफ ने दावा कि यूके एसएसएससी पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड और नकल गिरोह का सरगना लखनऊ को सादिक मूसा है और उसका साथी योगेश्वर राव भी इस मामले में संलिप्त है। एसटीएफ ने दोनों के फोटो जारी करने के साथ ही उन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया। एक दिन बाद 4 सितंबर को लखनऊ से संपन्न नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इसे सादिक मूसा का गुर्गा बताया गया। सादिक के बारे में कई तरह की दावे भी किये गये थे। बताया गया था कि वह किसी ने नहीं मिलता है, सिर्फ व्हाट्सएप पर बात करता है और उसके लिए उनसे अपने पास डोंगल रखा हुआ है। उसे डोंगल नाम से भी जाना जाता है। एसटीएफ के अनुसार मूसा और राव को कई बार गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे चकमा देते रहे। इसके बाद उन पर रखी गई इनाम की राशि बढ़ा दी गई। सादिक मूसा पर इनाम की राशि दो लाख रुपये और योगेश्वर राव पर एक लाख रुपये कर दी गई।
यूपी एसटीएफ ने दबोचा
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार दोनों आरोपियों पर ईनाम घोषित होने के बाद से एसटीएफ उत्तराखंड लगातार यूपी एसटीएफ के संपर्क में थी और यूपी एसटीएफ भी लगातार सक्रिय थी। थर्सडे को सूचना मिली थी कि सादिक मूसा और योगेश्वर राव लखनऊ और आसपास की किसी जगह पर आ सकते हैं। उत्तराखंड एसटीएफ तुरंत एक स्पेशल टीम को लखनऊ रवाना करने के साथ ही यूपी एसटीएफ को इसकी सूचना दी। थर्सडे शाम को दोनों इनामी आरोपियों को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ पॉलीटेक्निक चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। कुछ घंटे बाद उत्तराखंड एसटीएफ की टीम भी लखनऊ पहुंच गई। दोनों आरोपियों को यूपी एसटीएफ ने उत्तराखंड एसटीएफ के हवाले कर दिया है। दोनेां को देहरादून लाया जा रहा है।