पांच साल से भटक रहा शहीद का परिवार, दिया धरना
देहरादून (ब्यूरो)। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ विरेंद्र सिंह रावत व केंद्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ प्रमिला रावत ने कहा कि नवादा निवासी संदीप सिंह रावत अक्टूबर 2016 में जम्मू कश्मीर के तंगधार में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। उनके परिवार को नौकरी के लिए चक्कर कटवाकर सरकार उनकी शहादत का अपमान कर रही है। शहीद के बड़े भाई दीपक सिंह रावत ने नौकरी नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। इस दौरान मोहन काला, प्रकाश ढौंडियाल, राकेश सिंह, सूरज थापा, मेहरबान सिंह रावत, मीनाक्षी सेमवाल, सृष्टि उनियाल, रूपा यादव,प्रकाश देवी, इंदु देवी, साजन, सजना, तस्लीम, आमना, प्रियंका, आशा रावत उपस्थित रहे।