चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने हेल्थ एक्सीलेंस अवॉड्स 2024 से सम्मानित किया.

देहरादून, ब्यूरो: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने हेल्थ एक्सीलेंस अवॉड्स 2024 से सम्मानित किया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से जीएमएस रोड स्थित होटल सैफ्रॉन लीफ में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने डॉक्टरों को सम्मान प्रदान करते हुए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार ने मरीजों की सुविधा को देखते हुए एक प्रदेश, एक पर्ची की शुरुआत की है। इसके तहत कोई भी मरीज किसी सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती है तो वह रेफर होने पर दूसरे सरकारी बड़े अस्पताल या फिर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसी पर्ची के आधार पर एडमिट हो सकता है। इसके लिए दूसरी पर्ची की जरूरत नहीं होगी।

50 परसेंट धनराशि एडवांस देगी सरकार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऐसी स्थिति में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, कई बार लंबी लाइन में लगने के दौरान मरीज की तबीयत ज्यादा नासाज हो जाती थी। मरीजों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है। सम्मानित होने वाले डॉक्टरों को संबोधित करते हुए डॉ। रावत ने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज करते हैं। ऐसे में उन्हें किसी भी बात की दिक्कत हो तो सीधे मुझसे अपनी परेशानी शेयर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार को उन्होंने आयुष्मान संबंधी बैठक ली। कहा, सरकार एक ग्रीन चैनल लॉन्च कर रही है। जिसके जरिए आयुष्मान में कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल मरीजों को इलाज कर रहा हो तो उन्हें सरकार 50 परसेंट धनराशि एडवांस में दे देगी। ऐसे करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है।

63 परसेंट प्राइवेट हॉस्पिटल्स में होता है इलाज
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान में 63 परसेंट इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल कर रहे हैं। जबकि, 37 परसेंट इलाज सरकारी हॉस्पिटलों में हो रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत उन्होंने खुद 2 लाख वीडियो बनाए हैं, जो मरीज ठीक होकर जा रहे हैं। वे पीएम मोदी और सरकार को दुआएं देकर जा रहे हैं। कहा, आयुष्मान में पूरे प्रदेश में 75 लाख कार्ड बनने हैं, जबकि 59 लाख कार्ड बन चुके हैं। जिन जिलों में कम आयुष्मान कार्ड बने हैं, वहां एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती कर दी है। उन्होंने ये भी कहा कि अब आयुष्मान योजना में आयुष हॉस्पिटलों को भी शामिल किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार का संस्थागत डिलीवरी को शत-प्रतिशत करने का लक्ष्य है। कहा कि टीबी उन्मूलन में भी उत्तराखंड नंबर वन पर आ गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को एनिमिया, ड्रग व तंबाकू फ्री भी करना है।

स्वास्थ्य मंत्री बोले-
-डायलिसिस के दौरान मरीज को लाना और वापस ले जाना फ्री किया गया।
-किसी मरीज की मृत्यु पर स्वास्थ्य विभाग घर तक फ्री पहुंचाएगा बॉडी।
-सरकार देहदान पर कर रही है फोकस, अब तक 127 लोगों ने किया देहदान।
-अब तक श्रीलंका नेत्रदान में नंबर वन, अगले 4 सालों में उत्तराखंड पहले नंबर पर होगा।
-लावारिस शव अब मेडिकल कॉलेजों में स्टूडेंट्स के आएगा काम, विभाग ने लिया निर्णय।
-राज्य के 49 लाख बच्चों को स्वास्थ्य विभाग विटामिन व कीड़े मारने की दवा कराएगा फ्री उपलब्ध।
-सरकार ने डॉक्टरों की सैलरी एम्स के बराबर करने का लिया है फैसला।
-सुपर स्पेशलिस्ट की सैलरी भी 6 लाख रुपए करने का लिया है निर्णय।
-पीजी करने वाले डॉक्टर पहले तीन साल पहाड़ों में देंगे सेवाएं, बॉन्ड भरा जाएगा।
-पिथौरागढ़, रुद्रपुर व हरिद्वार मेडिकल कॉलेजों के बाद प्रदेश में हो जाएंगे 7 मेडिकल कॉलेज।
-इसके बाद प्रदेश को हर साल मिलेंगे 800 एमबीबीएस डॉक्टर व 176 पीजी स्टूडेंट्स।
-आयुष्मान योजना के तहत अब तक प्रदेश में 11 लाख लोग ले चुके हैं स्वास्थ्य लाभ।
-इस योजना के तहत हर साल सरकार खर्च कर रही है एक हजार करोड़ रुपए।
-अस्पतालों में 272 जांचें की जा रही हैं फ्री, खुशियों की सवारी में गर्भवती महिलाओं को दिया जा रहा है लाभ।

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Posted By: Inextlive