प्रदेश में नहीं हो रहा 'आयुष्मान भव:'
देहरादून (ब्यूरो)। आयुष्मान योजना का लाभ न मिलने पर विभाग को रोजाना 5-6 शिकायतें रोजाना मिल रही है। ग्रीवांस सेल और मेल पर अलग से शिकायत मिल रही है। जबकि कॉल सेंटर में अलग से शिकायत विभाग को मिल रही है। ग्रीवांस सेल में शिकायत मिलने पर विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है।
इस तरह की मिल रहीं शिकायतें-हॉस्पिटल कार्ड एक्सेप्ट नहीं होना
-एडमिशन के बाद भी आयुष्मान सुविधा न देने पर
-सभी बीमारी का उपचार मिलने के बाद भी आयुष्मान में ट्रीटमेंट न होने का दावा करना
-रेफरल न मिलने पर आयुष्मान कार्ड न लगाना
-पैसे कट रहे लेकिन नहीं मिल रहा इलाज
-कार्ड गुम हो गया इलाज नहीं मिल रहा
-पैकेज न मिलने पर बेनीफिशरी परेशान
-सरकारी कर्मचारियों के पैसे कट रहे लेकिन, इलाज के भुगतान के समय लगाने पड़ते हैं चक्कर
अब तक मिली इतनी शिकायत
-सीजीआरएमएस में मिली शिकायत (पोर्टल)- 282
-एसएचए में मिली शिकायत (पोर्टल)- 388
-कॉल सेंटर (155368) में मिली शिकायतें- 86952
यहां करें शिकायत
स्टेट हेल्थ अथॉरिटी के अधिकारियों के अनुसार कार्डधारक को किसी भी तरह की शिकायत होती है तो वह कॉल सेंटर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कर सकते है। इसके साथ ही पोर्टल पर भी ग्रीवांस सेल पर जाकर वह अपनी शिकायत दर्ज करें। 7 से 10 दिन में उनकी शिकायत का सॉल्यूशन विभाग को करना होता है।
अब तक प्रदेश में बने 45.38 लाख कार्ड
3 साल में टारगेट अचीवमेंट- 56.5 परसेंट
कुल हॉस्पिटल में भर्ती- 3.94 लाख
इम्पैनल्ड हॉस्पिटल- 102 सरकारी, 126 प्राइवेट आयुष्मान कार्ड ने बचाई इन लोगों की जान
बीमारी - पेशेंट की सख्या
कोरोना संक्रमित पेशेंट - 2795
बर्न पेशेंट - 423
कार्डियोलॉजी - 8387
कार्डियिक सर्जरी - 930
डायलिसिस - 141078
न्यूरोसर्जरी - 4009
ऑन्कोलॉजी - 24522
अब तक बने 56.5 परसेंट गोल्डन कार्ड
उत्तराखंड में इन दिनों 45.38 लाख गोल्डन कार्ड बने है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग का टारगेट 80.25 लाख गोल्डन गार्ड बनने का टारगेट है। जो कुल बने आयुष्मान कार्ड का 56 परसेंट ही है। यहां बने इतने कार्ड
देहरादून- 1420825
अल्मोड़ा- 268333
बागेश्वर-269539
चमोली-243697
चम्पावत- 95963
हरिद्वार -929731
नैनीताल - 430404
पौड़ी- 340796
पिथौरागढ़- 250244
रुद्रप्रयाग -94229
टिहरी- 350034
उधमसिंहनगर -804405
उत्तरकाशी- 137307