Dehradun News: कुदरत के कहर से लड़ रहा मालदवेता
देहरादून (ब्यूरो) थर्सडे रात को सेरकी गांव के लिए दहशत की रात रही। शाम करीब सात बजे क्षेत्र में हल्की वर्षा शुरू हुई, जो कि धीरे-धीरे रफ्तार पकडऩे लगी और करीब नौ बजे पूरे इलाके में जोरदार वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया। जिससे बरसाती नाले और नदी उफान पर आ गई और आसपास की पहाडिय़ों से वर्षा के पानी के साथ मलबा गांव की ओर आने लगा। वर्षा के शोर के साथ ही ग्रामीणों की भी धड़कनें बढ़ गई।
घरों में घुसा मलबा, खाली कराए घर
घरों की ओर मलबा आता देख ग्रामीण छतों पर पहुंच गए। हालांकि, पहाड़ी के पास स्थित करीब 10 मकानों में भारी मात्रा में मलबा घुसने लगा, जिसे देख वहां रह रहे परिवारों ने आनन-फानन में घर खाली किए और ताला लगाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग गए। महिला, बच्चे-बुजुर्गों समेत करीब 36 लोग रात को सेरकी ग्राम पंचायत के दूसरे हिस्से में पहुंच गए। इस दौरान नाले-खाले पार कर जान हथेली पर रखकर आपदा प्रभावितों ने दूसरे घरों में शरण ली।
फसल बर्बाद, सड़कों पर मलबा
मालदेवता और आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो गया है। घरों में मलबा घुसने से सामान खराब हुआ है तो वहीं, खेतों में खड़ी फसल भी मलबे से दबकर बर्बाद हो गई। भाजपा नेता शमशेर ङ्क्षसह पुंडीर ने बताया कि मालदेवता स्थित पंजाब नेशनल बैंक के भवन में भी मलबा घुस गया, जिससे वहां कामकाम ठप हो गया है।
बीती रात्रि को रात दून में भी भारी वर्षा से दहशत का माहौल रहा। झमाझम वर्षा के कारण रात को चौक-चौराहे जलमग्न हो गए और सड़कों पर नदियां बहती रहीं। इसके साथ ही दून की तमाम नदी-नाले उफान पर आ गए। रिस्पना और ङ्क्षबदाल के उफान पर आने से किनारे की बस्तियों को खतरा पैदा हो गया। पुस्ते और पैदल मार्ग दरकने से लोग घरों में कैद हो गए। रिस्पना नदी के किनारे मंगलबस्ती में जलभराव हो गया। नदी के उफान के कारण करीब 200 मीटर पुस्ता गिर गया और पैदल मार्ग भी दरक गया। रात करीब 10 बजे बस्ती के कुछ लोग घर नहीं जा सके। इस कारण उन्होंने दूसरों के घरों में शरण ली। dehradun@inext.co.in