Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर 55 प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला
देहरादून (ब्यूरो) संसदीय सीट के निर्वाचन अधिकारी मुख्यालय में आठ बजे से पोस्टल बैलेट की गणना होगी। इसके बाद साढ़े आठ बजे से ईवीएम के मत गिने जाएंगे। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि सुबह लगभग पौने आठ बजे स्ट्रांग रूम से ईवीएम व पोस्टल बैलेट बाहर निकाले जाएंगे। इस दौरान सभी प्रत्याशी अथवा उनके प्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारियों को वहां उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम खोलते समय पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी की जाएगी।
पूरी प्रक्रिया पर सीसी कैमरे से नजर
मतगणना में पारदर्शिता के लिए मतगणना केंद्रों में सीसी कैमरे लगाए गए हैं। स्ट्रांग रूम से ईवीएम लाने से लेकर मतगणना की पूरी प्रक्रिया की रिकार्डिंग की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार के संदेह की गुंजाइश न रहे। मतगणना के दौरान ईवीएम की गणना के बाद हर विधानसभा सीट से किसी भी पांच वीवी पैट का चयन कर उसके भीतर रखी पर्चियों की गणना की जाएगी। फिर इनका संबंधित ईवीएम के साथ मिलान किया जाएगा।
लगाई जाएंगी 848 टेबल
मतगणना के लिए पूरे प्रदेश में 848 टेबल लगाई जाएंगी। इनमें टिहरी में 187, गढ़वाल में 188, अल्मोड़ा के लिए 182, नैनीताल-ऊधम ङ्क्षसह नगर के लिए 196 और हरिद्वार के लिए 134 टेबल लगाई जाएंगी। मतगणना के दौरान डाक मतपत्र की गणना के लिए अलग टेबल लगेंगी। इसमें हर चक्र में 500 डाक मतपत्र गिने जाएंगे।। ऐसे में जिस लोकसभा सीट पर सबसे अधिक डाक मतपत्र हैं, वहां के नतीजे सबसे बाद में आएंगे।
मतगणना केंद्रों में मोबाइल फोन को ले जाने और निजी उपकरणों से रिकार्डिंग प्रतिबंधित रहेगी। इनके फोन मतगणना केंद्रों के बाहर रखे जाएंगे इसके लिए व्यवस्था भी की गई है। मिल चुके हैं 52,053 सर्विस वोट
प्रदेश की लोकसभा की पांच सीटों के लिए पोस्टल बैलेट, यानी सर्विस वोट के मिलने का क्रम जारी है। प्रदेश में अभी तक 52,053 पोस्टल बैलेट मगतणना केंद्रों तक पहुंच चुके हैं। ये संख्या सर्विस वोट का लगभग 55 प्रतिशत है। यद्यपि यह संख्या 2019 के लोकसभा चुनाव से कम है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 63 हजार सर्विस मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के जरिये मतदान किया था। इसके अलावा 27156 मतदान कार्मिक और 12670 दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं के पोस्टल बैलेट भी केंद्रों तक पहुंच गए हैं।
त्रिस्तरीय रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
प्रदेश के सभी मतगणना केंद्रों में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। सबसे पहले घेरे यानी मतगणना केंद्रों में केंद्रीय पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे। दूसरे घेरे यानी मतगणना केंद्रों के आसपास राज्य पुलिस बल के तैनात रहेंगे। तीसरा घेरा मतगणना केंद्रों से बाहर 100 मीटर से अधिक के दायरे में रहेगा। यहां राज्य पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। किसी को भी तीसरे घेरे से भीतर वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।