दर्शनों के लिए स्थानीय लोगों का बदरीनाथ मंदिर कूच
-बैरिकेडिंग पार कर बदरीनाथ मंदिर को जोड़ने वाले पुल तक पहुंचे स्थानीय निवासी, पुलिस ने रोकी राह
-पुलिस के साथ धक्कामुक्की व नोक-झोंक, बदरीनाथ थाने का घेराव कर पुलिस को सुनाई खरी-खोटीबदरीनाथ(चमोली): बदरीनाथ धाम में दर्शनों की अनुमति दिए जाने व चारधाम यात्रा शुरू किए जाने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत हक-हकूकधारी, तीर्थ पुरोहित, व्यापारी व स्थानीय निवासियों के सब्र का बांध आखिरकार टूट गया। पूर्व में की गई घोषणा को अमल में लाते हुए उन्होंने सोमवार को न केवल मंदिर में दर्शनों के लिए कूच किया, बल्कि पुलिस की ओर से की गई बैरिके¨डग को पार कर बदरीनाथ मंदिर को जोड़ने वाले पुल तक जा पहुंचे। हालांकि, यहां तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों व पुलिस के बीच धक्कामुक्की व नोक-झोंक भी हुई। बाद में आंदोलनकारियों ने बदरीनाथ थाने का घेराव करने के साथ ही पुलिस को खूब खरी-खोटी भी सुनाई।
लंबे समय से उठ रही मांगस्थानीय निवासी यात्रा शुरू करने के साथ बदरीनाथ धाम में दर्शनों की अनुमति दिए जाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इसके लिए धरना, क्रमिक अनशन व बेमियादी अनशन भी चल रहा है। इसी कड़ी में रविवार को तीर्थ पुरोहित संगठन के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने बदरीनाथ धाम में मुंडन करवाया था। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक धन सिंह तोमर के नेतृत्व में यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। आंदोलनकारी मंदिर तक न पहुंच पाएं, इसके लिए मंदिर जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिके¨डग लगा दी गई।
जुलूस की शक्ल में बढ़ी भीड़ वहीं, पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को हक-हकूकधारी, तीर्थ पुरोहित, व्यापारी व स्थानीय लोग बदरीनाथ धाम स्थित साकेत तिराहे पर एकत्र हुए। यहां से उन्होंने जुलूस की शक्ल में बदरीनाथ मंदिर के लिए कूच किया। इस दौरान पुल तक लगाए गए सभी बैरिके¨डग भी उन्होंने पार कर दिए। लेकिन, पुल पर बैरिके¨डग के साथ भारी पुलिस बल तैनात था, जिसने उन्हें मंदिर की ओर नहीं बढ़ने दिया। इस दौरान कुछ आंदोलनकारियों को पुलिस थाने भी ले लाई। पुलिस की ओर से कोर्ट के आदेशों का हवाला दिए जाने पर आंदोलनकारी वापस साकेत तिराहा पहुंचकर क्रमिक अनशन व धरने पर बैठ गए। तेज किया जाएगा आंदोलनआंदोलकारियों का कहना था कि यदि जल्द उन्हें भगवान बदरी विशाल के दर्शनों की अनुमति नहीं दी गई तो आंदोलन को तेज कर दिया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी, ब्रह्मकपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत के अध्यक्ष उमेश सती आदि शामिल थे। उधर, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ। हरीश गौड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार व बोर्ड की ओर से चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर कोर्ट में अपना पक्ष रखा गया है।