सड़क पर बह रहा लाखों लीटर पानी
- रेलवे रोड पर बड़ा लीकेज, सड़क पर बह रहा पानी
- इलाके के कई घरों में पानी की आपूर्ति प्रभावित, जनता परेशान
तीन दिन से ट्यूबवेल खुला
रेस्ट कैंप की पार्षद अर्चना कपूर ने बताया कि रेलवे स्टेशन रोड पर पानी लीकेज है। बमुश्किल क्षेत्र में जर्जर पाइपलाइन की जगह नई पाइप लाइन बिछाई गई। उसके बाद भी हालात जस के तस बन हैं। कई दिन से रेलवे रोड पर पानी सड़क पर बह रहा है, किसी की कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। शिकायत के बाद भी जल संस्थान के अधिकारी लीकेज ठीक नहीं करा रहे हैं, जिसका खामियाजा क्षेत्र के हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इसकी वजह से ऊंचाई वाले इलाकों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
मद्रासी कॉलोनी में बना कुछ समय पूर्व नया ट््यूबवेल बनाया गया, जो जल संस्थान से स्मार्ट सिटी को हैंडओवर हो गया। अनूप कपूर ने बताया कि तीन दिन पहले हैंडओवर होने के बाद ट््यूबवेल को चालू करके स्मार्ट सिटी के कर्मचारी ताला लगाकर चले गए। उसके बाद अभी तक कोई ट्यूबवेल बंद करने नहीं आया। लगातार चलने से मोटर फुंक सकती है, इसकी संबंधित विभाग को कोई चिंता नहीं है। उधर, स्मार्ट सिटी के एजीएम केपी चमोला ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है, ऐसा होना नहीं चाहिए। इस पर शीघ्र एक्शन लिया जाएगा। ये इलाके प्रभावित
- रेस्ट कैंप
- रेस्ट कैंप ईस्ट
- रेस्ट कैंप वेस्ट
- मद्रासी कॉलोनी
- रेलवे रोड
- लोहियापुरम
- त्यागी रोड
- चंदर नगर शिकायत के बाद भी अधिकारी सुन नहीं रहे हैं। एक ओर बूंद-बूंद पानी बचाने को शपथ ली जा रही है वहीं दूसरी ओर सड़कों पर लाखों लीटर पानी रोजाना बर्बाद हो रहा है, उसके बाद भी लीकेज ठीक नहीं किए जा रहे है।
अनूप कपूर, सोशल एक्टिविस्ट
रेलवे रोड पर कई दिन से पानी की लाइन टूटी हुई है। इसकी जल संस्थान धर्मपुर को सूचना दे दी गई है, लेकिन इसके बाद भी लीकेज बंद नहीं हुआ। इससे कई इलाकों में पानी का संकट बना हुआ है।
एमके दिवाकर
महेंद्र गुप्ता गर्मी शुरू हो गई, लेकिन विभाग अभी भी कुभकरणी नींद सोया हुआ है। जो लीकेज की जो समस्या एक दिन ठीक हो जानी चाहिए वह हफ्ते में भी सॉल्व नहीं हो रही है। सारा सिस्टम जंग खा रहा है। इस पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीता देवी रेस्ट कैंप क्षेत्र में पानी लीकेज का मामला संज्ञान में है। रेवले रोड पर केबिल बिछाने के दौरान पानी की लाइन तोड़ी गई। लीकेज जल्द ठीक करने के लिए संबंधित कंपनी को कहा गया है। यदि वह मरम्मत नहीं करते हैं, तो कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
अब्दुल राशिद, सहायक अभियंता, धमपुर