परेड ग्राउंड की तस्वीर पूरी तरह बदल गई. परेड ग्राउंड का नजारा देखते ही बन रहा है. इस मैदान पर ग्रीन घास रेन वाटर हार्वेस्टिंग साइकिल ट्रैकिंग वीआईपी कार पार्किंग और वीआईपी स्टेज का काम पूरा हो गया है. वाटर स्प्रिंक्लर सिस्टम का काम भी फिनिस हो गया है. परेड ग्राउंड में लगाई गई रंग-बिरंगी लाइटिंग रात को लोगों को खूब आकर्षित कर रही है।


-किड््स जोन में लगेंगी चंद्रयान-1 से लेकर 3 तक की मूर्तियां
-सीईओ और डीएम सोनिका के इनिशिएटिव ने पूरी की बच्चों की मुराद

देहरादून, 5 सितम्बर (ब्यूरो)।
दून का दिल कहे जाने वलो परेड ग्राउंड की शक्ल पूरी तरह बदल गई है। यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट टॉयलेट, लाइब्रेरी कॉम्पलेक्स समेत कई काम पूरे हो चुके हैं। पूरा ग्राउंड हरा-भरा नजर आ रहा है। यहां निहारते ही इसकी सुंदरता देखते ही बन रही है। ग्रीन ग्रास और टाइल्स एंड लाइटिंग परेड ग्राउंड की खूबसूरती पर चार-चांद लगा रहे हैं। पूरा ग्राउंड चमक उठा है। अब बच्चों के खेलने-कूदने और मनोरंजन के लिए किड्स तैयार किया जा रहा है। तैयार किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की सीईओ और डीएम सोनिका के इनिशिएटिव ने बच्चों की यह मुराद पूरी हो पाई है।
सुकून दे रही ग्रीन ग्रास
परेड ग्राउंड में ग्रीन ग्रास पर विशेष फोकस किया गया है। यहां तीन सोलर ट्री लगाए गए हैं, जो सौर ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसमें सोलर पैनल लगाए गए हैं। इससे लोग अपना मोबाइल चार्ज कर सकेंगे।
मधुर संगीत का भी उठा सकेंगे लुत्फ
परेड ग्राउंड में मधुर संगीत का भी आनंद उठा सकेंगे। बच्चों को खेलने के लिए दो सैंड पिट बनाए गए हैं, इसमें कई ले लगे हैं। मैदान में भारतीय अंतरिक्ष अनुसार संगठन यानि इसरो के विभिन्न मिशन जैसे ऑर्बिटर मिशन पीएसएलवी, चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 आदि को समर्पित आकृतियां भी बनवाई गई है।
यहां मनाया गया था जश्न-ए-आजादी
परेड ग्राउंड आजादी से पहले का है। यहां ब्रिटिश सेना की परेड हुआ करती थी। तभी इसका नाम परेड ग्राउंड रखा गया था। देश आजाद हुआ तो 15 अगस्त 1947 को यहां जश्न-ए-आजादी मनाया गया। आजादी के बाद परेड ग्राउंड सांस्कृतिक और सामूहिक आयोजनों का मुख्य बिंदु बन गया। सर्कस और मेले का आयोजन किया जाने लगा।
इसरो के स्क्रल्पचर आर्ट प्रेरणादायी
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जन संपर्क अधिकारी प्रेरणा ध्यानी ने बताया कि किड्स जोन में जहां बच्चों को फुली एंटरटेनमेंट होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के विभिन्न मिशन से जुड़े स्क्रल्प्चर भी बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित करेंगे। यहां मार्स ऑर्बिटर मिशन यानि एमओएम, पीएसएलवी, चंद्रयान-1, चंद्रयान-2, चंद्रयान-3 को समर्पित स्कल्प्चर आर्ट आदि भी बच्चों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होंने बताया कि किड्स जोन का काम अंतिम चरण में है।

वॉकिंग तक सभी सुविधाएं
किड्स जोन में बच्चों के मनोरंजन के लिए भरपूर साधन जुटाए गए हैं। यहां दो सैंड पिट का निर्माण किया जाएगा, जिसमें अलग-अलग तरह के झूलों के साथ ही कई उपकरण लगाए जाएंगे। पर्यावरण संरक्षण के लिए किड्स जोन के बाहरी भाग में घास पेवर लगाकर पैदल चलने के लिए वॉक-वे बनाया जा रहा है। साथ ही जगह-जगह पर क्यारी बनाकर हॉर्टिकल्चर का कार्य किया जा रहा है।
परेड ग्राउंड में ये कार्य हो गए कंप्लीट
कार्य का नाम खर्च
-स्मार्ट स्कूल 5.87
-स्मार्ट टॉयलेट 1.18
-डीआईसीसी सेंटर और 290.90
डीआईसीसीसी 13.89
-वूमैन हॉस्टल 0.88
-मॉडर्न लाइब्रेरी कॉम्पलैक्स 5.75
-इलेक्ट्रिक बस 41.79
-स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट 19.13
-वाटर एटीएम पीपीपी मोड 0.00
-मोनूमेंटल फ्लैग 0.09
-डिजिटाइजेशन क्लेक्ट्रेट- 0.56
सीडीओ ऑफिस 0.59
-स्मार्ट वास्ट व्हैकिल 12.82
-पल्टन बाजार पेडेस्ट्रीनाइजेशन 6.68
-परेड ग्राउंड रेन्युवेशन 8.16
(नोट: धनराशि करोड़ में)

परेड ग्राउंड के निर्माण कार्यों पर एक नजर
- 2200 केएल का रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक
- 545 मीटर साइकिल ट्रैक
- 80 प्लस कैपेसिटी की वीआईपीसी कार पार्किंग
- 40 प्लस सिटिंग कैपेसिटी का वीआईपी स्टेज
- 8.16 निर्माण कार्यों पर अब तक खर्च

परेड ग्राउंड के सौंदर्यीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है। यहां दूनवासी विद फैमिली इंटरटेनमेंट कर सकते हैं। परेड ग्राउंड को इस तरह सजाया-संवारा गया है कि यह सिटी की नई पहचान बन सके। इसके निर्माण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है।
सोनिका, सीईओ एवं डीएम, देहरादून
dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive