10 लाख की जगह थमाई कागजों की गड्डी
देहरादून (ब्यूरो)। फ्राइडे को थाना ऋषिकेश में आभा सिंघल ने शिकायत देकर कहा था कि के और उनकी बहू गंगानगर में भंडारे से वापस आ रही थी। पुरानी चुंगी के पास एक लड़के का किसी बहाने उनसे बात करने लगा। उन्हें झांसे में लेकर उसने उनके द्वारा पहने गये जेवरात के एवज में 10 लाख रुपये देने की बात कही। अपने बैग से कपड़ों में लपेटा नोटों का बंडल निकाला जिसमें ऊपर से 2 हजार का नोट लगा था। उस लड़के ने उनसे 1 गले का पैंडल, 4 अंगूठी, गले की चेन, कान के चेन वाले टॉप्स और 500 रुपये नकद ले लिये। जब उन्होंने नोटों का बंडल खोला तो उसमें कागज निकले। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तेजी से आरोपियों को पकडऩे के प्रयास शुरू कर दिये और सैटरडे को तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनसे सभी टप्पेबाजी से हड़पी गई ज्वेलरी भी पुलिस ने बरामद कर ली।
ये ज्वेलरी बरामद
- 1 सोने की चेन
- 4 सोने की अंगूठी
- 2 सोने के झुमके
- 1 सोने की पैंडल
- 500 रुपए कैश
- 4 लाख रुपये कुल कीमत
पूछताछ विवरण
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कि तीनों आपस में रिश्तेदार हैं। वे कागजों की गड्डी बनाकर उनके ऊपर व नीचे असली नोट लगाते हैं। गडडी नीले कपड़ेे से पैक कर चारों तरफ से सीलकर ऊपर से सफेद धागे से लपेट देते हैं। कपड़े को ऊपर से हल्का कर देते हैं, जिससे नोट दिखाई दे और सामने वाले को यकीन हो जाए कि यह नोटों की गड्डी है। इसके बाद किसी भोली-भाली महिला को अपने जाल में फंसाते हैं। अपने पास रखी गड्डी को असली नोटों की गड्डी बताकर उन्हें अपनी बातों में उलझाते हैं और उनकी ज्वेलरी के बदले गड्डी देने को कहते हैं। सामने वाला लालच में आकर गड्डी को बिना सोचे-समझे रख लेता है सारी ज्वैलरी उन्हें दे देता है। उन्होंने बताया कि फ्राइडे को उन्होंने दो महिलाओं के साथ ऐसी ठगी की थी और अब इस ज्वेलरी को आपस में बांटकर दोबारा किसी और के जगह ठगी करने का प्लान बना रहे थे। पुलिस आरोपियों ने यह जानने का प्रयास कर रही है कि उन्होंने इससे पहले कितनी जगह इस तरह की वारदात की हैं और कितनी ज्वेलरी और अन्य सामान उड़ाया है।
- गोपाल पुत्र वीर सिंह सोलंकी, गाजियाबाद यूपी।
- राहुल परमार पुत्र किशन परमार मोहन गार्डन, दिल्ली।
- धर्म भाट पुत्र स्व। मोतीलाल घाट बलौदा बाजार छत्तीसगढ़।