स्टेट में इंडस्ट्रीज को मिला बूस्ट, एंप्लॉयमेंट के खुले रास्ते
देहरादून,
बीते एक दशक में स्टेट ने इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। नया स्टेट होने के कारण शुरुआती दशक में स्टेट में इंडस्ट्रीज यहां अपनी जड़ें जमाने का ही प्रयास करती रहीं, लेकिन दूसरे दशक 2010 से 2020 तक इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को स्पीड मिली। माइक्रो, स्मॉल, मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) की बात करें तो 2010 तक स्टेट में 21792 इंडस्ट्रीज रजिस्टर्ड थीं। 2010 से 2019-20 तक इनकी संख्या में 27428 और इंडस्ट्रीज का इजाफा हुआ। सरकार की ओर से सिडकुल एरियाज में फंडामेंटल फैसिलिटीज बढ़ाई गईं, नतीजतन इंडस्ट्रीज में इनवेस्टमेंट और एंप्लॉयमेंट दोनों का इजाफा हुआ। 2018 में इंडस्ट्रीज को और बूस्ट मिला, पहली बार सरकार द्वारा इनवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया और कई बड़ी ब्रैंड्स ने उत्तराखंड में इंडस्ट्रियल एरिया में इनवेस्टमेंट के लिए एमओयू साइन किए। स्टेट में इंडस्ट्रियल सेटअप 2001 से 2010 तक एमएसएमई -21792 लार्ज इंडस्ट्रीज--170 टोटल--219622010 से 2019-20 तक
एमएसएमई--27428 लार्ज इंडस्ट्रीज--85 टोटल--27513 स्टेट में इनवेस्टमेंट (करोड़ रुपए) 2001 से 2010 तक एमएसएमई--4064.5 लार्ज इंडस्ट्रीज--19970.13 टोटल--24125.53 2010 से 2019-20 तक एमएसएमई--8535.971 लार्ज इंडस्ट्रिीज--8124.57 टोटल--16569.54 इंडस्ट्रीज में एंप्लॉयमेंट 2001 से 2010 तक एमएसएमई--104271 लार्ज इंडस्ट्रीज--56374 टोटल--146470 2010 से 2019-20 तक एमएसएमई--175126 लार्ज इंडस्ट्रीज--20302 टोटल--209603 ------------- 20 वर्ष में इंडस्ट्रियल स्टेटस टोटल यूनिट63383-एमएसएमई सेटअप
293 -लार्ज इंडस्ट्रीज 63676- टोटल इन्वेस्टमेंट 13300.761- एमएसएमई 36388.38 - लार्ज इंडस्ट्रीज 49689.14 - टोटल एंप्लॉयमेंट 317906- एमएसएमई 105827- लार्ज इंडस्ट्रीज 423733- टोटल राज्य गठन के बाद 3 गुना से ज्यादा डेवलपमेंट राज्य गठन से पहले 14163 व अब 49220 एमएसएमई इंडस्ट्रीज राज्य गठन से पहले नवंबर 2000 तक उत्तराखंड में कुल एमएसएमई इंडस्ट्रीज की संख्या 14163 थी, जिनमें 38509 लोगों को रोजगार मिला और 700 करोड़ रुपए का इनवेस्टमेंट हुआ। राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक उत्तराखंड में एमएसएमई इंडस्ट्रीज की संख्या 49220, एंप्लॉयमेंट 279397 और 12600.471 करोड़ के इनवेस्टमेंट अब तक हुआ है। डिस्ट्रिक्टवार एमएसएमई इंडस्ट्रीज डिस्ट्रिक्ट--इंडस्ट्रीज --एंप्लॉयमेंट नैनीताल--4454--21061 उधमसिंहनगर--8221--66007 अल्मोड़ा--4171--9833 पिथौरागढ़--3224--7402 बागेश्वर--1870--4176 चंपावत--1694--4571 देहरादून--8824--54857 पौड़ी--6244--22292 टिहरी---4555--13273 चमोली--3331--7372 उत्तरकाशी--4172--8176 रुद्रप्रयाग--2007--5295 हरिद्वार---10616--93591 इनवेस्टर्स समिट 2018 की ग्राउंडिंगउत्तराखंड में पहली बार 7 व 8 अक्टूबर 2018 को इनवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। 1 लाख 24 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट दावे पर गौर करें तो अब तक 15 माह में बड़े, एमएसएमई, आईटीआई व सीएएफ के क्षेत्र में कुल 405 प्रोजेक्ट्स ऑनगोइंग चल रहे हैं। जबकि इन प्रोजेक्ट्स से 18383.70 करोड़ का इनवेस्टमेंट और 50319 एंप्लॉयमेंट मिलने की संभावना है। इसमें बड़े प्रोजेक्ट 111 व एमएसएमई के 253 के प्रोजेक्ट्स शामिल बताए गए हैं।
10 वर्षो में यह चेंज -इंडस्ट्रीज को इनवेस्टमेंट के लिए सिंगल विंडो सिस्टम अपनाया गया। -नए आइडियाज के साथ करीब एक करोड़ रुपए तक की इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए स्टार्टअप स्कीम शुरू। -उत्तराखंड स्टार्टअप के तहत अब तक 64 से अधिक न्यू एंटरप्रिन्योर अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। -सिडकुल एरियाज में इंडस्ट्रीज को 24 घंटे पानी, बिजली व सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। -महिला कार्मिकों ने लिए नाइट में सुरक्षा की व्यवस्थाएं की गई हैं। -इंडस्ट्रीज को इनवेस्टमेंट के लिए 2018 अक्टूबर में दून में पहली बार इनवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। -हिल पॉलिसी के कारण भी इंडस्ट्रीज के क्षेत्र में इनवेस्टमेंट में इजाफा रहा।