टॉयलेट चाहिए तो भारत सरकार की परमिशन लाओ
- आईएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे पब्लिक टॉयलेट की सुविधा पर परमिशन का पेच, एनएच ने रोका काम
- नगर निगम ने भारत सरकार को 5 माह पहले परमिशन को भेजी फाइल अभी तक नहीं लौटी
3 अन्य जगहों पर भी बनने थे टॉयलेट
नगर निगम ने जमीन की कमी और पब्लिक की डिमांड को देखते हुए फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जमीन पर हाईटेक टॉयलेट बनाने का फैसला लिया। आईएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे दो जगहों पर आईएसबीटी चौक और टर्नर रोड चौक, बल्लीवाला और बल्लूपुर फ्लाईओवर के नीचे टॉयलेट बनाए जाने थे, लेकिन आईएसबीटी में पेंच फंसने के बाद दूसरे जगहों पर बनने वाले हाईटेक टॉयलेट का काम भी पेंडिंग पड़ गया है।
बिना टॉयलेट पब्लिक परेशान
चौक-चौराहों पर टॉयलेट की कमी के चलते आम पब्लिक के साथ ही टूरिस्ट भी भारी परेशान है। नगर निगम की मंशा यह थी चौक-चौराहों पर जब जगह नहीं मिल रही है, तो फ्लाईओवर के नीचे खाली पड़ी जमीन का इस्तेमाल किया जाए, लेकिन निगम के प्रोजेक्ट पर एनएच ने ब्रेक लगा दिया है। अब योजना कब बनेगी यह तो पता नहीं है, लेकिन पब्लिक को परेशानी जरूर झेलनी पड़ रही है।
नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त शांति जोशी ने बताया कि निगम ने फ्लाईओवर के नीचे टॉयलेट की परमिशन को नेशनल हाईवे से करीब 5 माह पूर्व परमिशन मांगी थी, अभी तक परमिशन नहीं मिली है। मामले को लेकर लगातार एनएच से वार्ता की जा रही है। यदि यह टॉयलेट बन जाते हैं, तो आम पब्लिक के साथ ही स्थानीय व्यापारियों का भी बड़ी राहत मिलेगी। चौक-चौराहों पर जमीन की कमी को देखते हुए फ्लाईओवर के नीचे खाली जमीन पर टॉयलेट बनाने का बोर्ड में निर्णय लिया गया था। यहां बनने थे फ्लाईओवर के नीचे टॉयलेट
- आईएसबीटी चौक
- टर्नर रोड चौक
- बल्लीवाला चौक
- बल्लूपुर चौक
परियोजना के मुख्य बिंदु
- नगर निगम ने शुरू की थी फ्लाईओवर की नीचे हाईटेक टॉयलेट का काम
- परमिशन न होने पर एनएच ने रोका काम
- पब्लिक की समस्या को देखते हुए लिया गया था फैसला
- 5 माह बाद भी परमिशन न मिलने से लटका प्रोजेक्ट
- एक टॉयलेट पर 10 से 12 लाख होंगे खर्च
- परमिशन के चक्कर में पब्लिक को झेलनी पड़ रही परेशानी
- प्रत्येक टॉयलेट पर 3 पुरुष, 2 महिला टॉयलेट के साथ ही बनाए जाने थे 3-3 यूरिनल
दीपक गुप्ता, अधिशासी अभियंता, एनएच डिविजन, पीडब्ल्यूडी, देहरादून फ्लाईओवर के नीचे जनहित में टॉयलेट निर्माण किया जा रहा है, जिस पर एनएच ने आपत्ति लगाई है। परमिशन को फाइल एनएच को भेजी गई है। जल्द ही क्वैरी को रिजॉल्व करने करने का प्रयास किया जा रहा है।
मनुज गोयल, कमिश्नर, नगर निगम, देहरादून
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