स्कूल वैन का वेरिफिकेशन नहीं तो होगा एक्शन
- पहले होगी स्कूल वैन संचालकों की काउंसलिंग और फिर चलेगा डंडा
- वेरिफिकेशन के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट चलाएगा बड़ा अभियान
देहरादून, 6 अक्टूबर ब्यूरो:
दून में अब आरटीओ स्कूल वैन चालकों का सत्यापन न होने पर एक्शन लेकर चालान करेगा। हालांकि, इससे पूर्व आरटीओ सभी स्कूल व्हीकल ड्राइवरों की काउंसलिंग भी की जाएगी। इसके तहत बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश दिए जाएंगे, जिससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न हो। इसके साथ ही जिन वाहनों में सत्यापन का नोट नहीं लगा होगा। संबधित वाहन स्वामी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, सबंधित वाहन का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया जाएगा। बुधवार को एक वैन में जाने वाले स्टूडेंट के साथ ड्राइवर की ओर से दुव्र्यवहार करने पर ये निर्णय लिया गया।
ये चलेगा अभियान
आरटीओ की ओर से परेड ग्राउंड में स्कूली वाहनों के ड्राइवर्स के सत्यापन के लिए एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। स्कूली वाहनों में निर्धारित मानकों व डॉक्यूमेंट्स की जांच आरटीओ की ओर से की जाएगी। सत्यापन अभियान के दौरान स्कूली वाहनों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन, विभाग द्वारा निर्धारित मानक व सीबीएससी की गाइडलाइन के अनुसार मानकों का सत्यापन किया जाएगा। इसके अलावा वाहन के डॉक्यूमेंट्स का भी सत्यापन किया जाएगा। वाहनों पर सत्यापन कर वाहनों पर स्टीकर चस्पा किए जाएंगे।
आरटीओ की ओर से स्कूल वैन के चालकों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैैं। इस दौरान स्कूली वाहन चलाने वाले ड्राइवर का सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत वाहन चालक का नाम, पता, मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस की डिटेल ली जाएगी। इसके साथ ही ड्राइवरों की काउंसलिंग भी की जाएगी। जिसमें उनको स्कूल वाहनों के मानक, सुरक्षित वाहन संचालन, यातायात नियमों की जानकारी व स्कूली बच्चों की सुरक्षा से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी। स्कूल में भी होगा सर्वे
स्कूली बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत सुरक्षित परिवहन हेतु आरटीओ द्वारा प्रवर्तन दलों के माध्यम से स्कूलों में जाकर यह सर्वेक्षण भी कराया जाएगा। स्कूली बच्चे स्कूल बस, प्राइवेट वाहन आदि किन-किन साधनों से स्कूल आ रहे हैं, इसका पूरा ब्योरा लिया जाएगा। ----------------
बच्चों की सुरक्षा सभी की प्राथमिकता है। जिसे देखते हुए आरटीओ की ओर से ये अभियान चलाया जाएगा। शुरुआत में एक सप्ताह ड्राइवरों की काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद सत्यापन न होने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शैलेश तिवारी, आरटीओ एन्फोर्समेंट देहरादून
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