सड़क पर हैैं गड्ढे तो 'पैच रिपोर्टिंग एप पर करें कंप्लेन
- पैच रिपोर्टिंग एप को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लॉन्च, पहले दिन 20 शिकायतें
- रोड पर गड्ढों की एप पर कर सकेंगे शिकायत, तत्काल समाधान का है दावा
पीडब्लयूडी के अफसर एप की नियमित मॉनिटरिंग करेंगे। हर जिले में एक नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। एप पर शिकायत दर्ज होते ही शिकायत पीडब्ल्यूडी के संबंधित डिविजन को चले जाएगी। डिविजन स्तर पर एक्सईएन एई को नोडल अधिकारी नामित कर निश्चित समयावधि के भीतर शिकायत पर कार्रवाई कराएगा।
यात्रा मार्ग होंगे सुगम और सुरक्षित
प्रदेश में सड़कों को गड्ढामुत करने में सहयोग करने वाला यह मोबाइल एप सड़कों को सुगम और सुरक्षित यात्रा की दिशा में कारगर साबित होगा। इसे आमजन से परस्पर संवाद बनाये रखने के लिए विकसित किया गया है। इस एप के जरिए गड्ढे वाले स्थान की लोकेशन की सूचना अक्षांश, देशांतर द्वारा स्वत: ही प्रदर्शित होगी। एप से प्राप्त सूचना के आधार पर पीडब्ल्यूडी त्वरित कार्रवाई कर कार्य का विवरण चित्र सहित संबंधित शिकायतकर्ता एवं उच्च अधिकारी को प्राप्त होगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को सचिवालय में 'पैच रिपोर्टिंग एपÓ का शुभारम्भ किया। यह मोबाइल एप सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए बनाया गया है। इसके माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति अपने आस-पास सड़कों पर पाए जाने वाले गड्ढों की फोटो खींचकर पूरी जानकारी के साथ अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है। शिकायतकर्ता को ऐप के माध्यम से दर्ज शिकायत पर हुई कार्रवाई के विषय में भी फोटो सहित जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में मिलेगी मदद
सीएम धामी ने कहा कि इस एप के माध्यम से प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एप के माध्यम से शिकायतकर्ता द्वारा सड़क पर गड्ढे से संबंधित जो शिकायत की जाएगी, उसका समाधान एक सप्ताह के अन्दर हर हाल में किया जाए, इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाए। उन्होंने कहा कि इस एप के माध्यम से सड़कों को पूर्णतया गड्ढा मुत बनाने में काफी मदद मिलेगी।
विभागीय एक्सईएन ने बनाया एप
खास बात यह है कि पीडब्ल्यूडी ने यह एप किसी आईटी कंपनी से नहीं बनाया, बल्कि विभाग के एक्सईएन और मुख्यालय में आईटी का काम देख रहे मनोज बिष्ट ने बनाया है। इस काम में उनके साथ एई मनोज पंवार ने साथ दिया है। विभागीय इंजीनियर की यह पहल दूसरे विभागों में चर्चा का केंद्र बन गई है। एचओडी दीपक कुमार यादव ने बताया कि फिलहाल अधिशासी अभियंता मनोज बिष्ट को ही एप का नोडल अफसर बनाया है। बताया कि थर्सडे दिन में लॉच के बाद शाम 5 बजे तक 20 शिकायत दर्ज हो गई थी।