दून हॉस्पिटल में मानवता हुई शर्मसार, मरीज को घसीटते हुए ले गए स्टाफ
देहरादून, (ब्यूरो) :
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की इमरजेंसी इन दिनों जमकर सुर्खियों में बटोर रही है। यहां हॉस्पिटल में रोजाना नए नए विवाद सामने आ रहे हैं। अब एक और नया मामला सामने आया है। जिसमें हॉस्पिटल स्टाफ एक मरीज को इमरजेंसी से घसीटते हुए लेकर जा रहे है। जबकि, इसी रात इस पेशेंट की मौत हो गई। मामला उजागर हुआ तो हॉस्पिटल स्टाफ के अनुसार पेशेंट नशे में धूत था ऐसे में उसे जल्द ही बेड में पहुंचाने के लिए किया गया। हालांकि, डिप्टी सीएमएस डॉ। धनंजय डोभाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही फैसला किया जाएगा।
ये है मामला
दरअसल, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 26 अप्रैल की रात को एक पेशेंट को लेकर आए। जानकारी के अनुसार पेशेंट बेहोशी की हालत में लाया गया था। पेशेंट को इमरजेंसी के बेड तक ले जाना था। लेकिन, मौके पर स्ट्रैचर न होने के कारण यहां वहां मौजूद स्टाफ पेशेंट को घसीटते हुए ले जाने लगे। जिसका वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया। इस बीच पेशेंट की मौत हो गई। परिजनों ने जब सबंधित व्यक्ति के बारें में जानना चाहा कि उसकी मौत कैसे हुई तो उन्होंने दून हॉस्पिटल की इमरजेंसी का वीडियो जांचा गया, तो ये खुलासा हुआ। परिजनों के अनुसार राजकुमार रात 8 बजे सब्जी लेने के लिए घर से निकले थे। इस दौरान राजकुमार ने कोई ड्रिंक भी नहीं किया था। ऐसे में अचानक वे हॉस्पिटल कैसे पहुंचे। इस सवाल को लेकर जब वे हॉस्पिटल पहुंचे तो ये वीडियो सामने आया। जिसने राजकुमार के परिजनों को झकझोर कर रख दिया। मंगलवार देर रात जब वीडियो सामने आया तो बुधवार को इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ की जांच की गई।
जिन स्टाफ की फोटो वीडियो मेंं दिखी तो दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल समेत सीएमएस ने मौके पर बुलाकर पुछताछ तो स्टाफ ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वह पेशेंट बार बार स्ट्रेचर से गिर रहा था। इसलिए उसे जल्द से जल्द उपचार के लिए ले जाना था। इसलिए जैसे तैसे उसे पहुुंचाया गया। जिससे बाद उसका उपचार शुरू हो सका।
परिजनों ने लगाए आरोप
राजकुमार के परिजनों का दावा है कि राजकुमार सब्जी लेने के लिए घर से निकला था तो वे हॉस्पिटल कैसे पहुंचा। उसे कोई बीमारी भी नहीं थी। इसके साथ ही उसने शराब भी नहीं पी हुई थी। ऐसे में बेहोश होने की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है। इस मामले में परिजनों ने थाने में तहरीर भी दी। लेकिन, कार्रवाई न होने पर उन्होंने इस विषय में जिलाधिकारी कार्यालय मेंं शिकायत दर्ज कराया हैं और मदद की मांग की है।
वीडियो में जो स्थिति दिख रही है वह काफी आश्चर्यजनक है। एक डॉक्टर होने के नाते मुझे ही ये वीडियो विचलित कर रहा है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो।
डॉ। धनंजय डोभाल, डिप्टी सीएमएस दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल