दून ही नहीं प्रदेश में वैक्सीनेशन की कोई भी साइट नहीं चल पा रही है। इसका कारण वैक्सीन न होना है। 31 मार्च को प्रदेश में कुल 78 लोगों की वैक्सीनेशन हुई थी। जिनमें 15 देहरादून से 14 हरिद्वार से 1 -1 नैनीताल व पौड़ी से व 45 उधमसिंहनगर में वैक्सीनेशन हुई थी। इसके बाद से अब तक बीते 13 दिनों से किसी भी सेशन साइट्स में वैक्सीनेशन नहीं हो पा रही हैं।

31 मार्च को लगी थी 78 लोगों को वैक्सीनेशन, इसके बाद व्यवस्था ठप

देहरादून, 13 अप्रैल (ब्यूरो)।
दून समेत प्रदेश में इन दिनों कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रही हैं। गुरूवार को भी दून में 54 कोरोना संक्रमण के मामले मिले। जबकि, 106 मामले प्रदेश में संक्रमित आए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो भारत सरकार की ओर से कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर अपनाने के साथ लगातार वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। जबकि, आलम ये है प्रदेश में वैक्सीन न होने के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो पा रही हैं। केवल दो ही प्राइवेट सेंटर पर वैक्सीनेशन हो पा रहा हैं। यहीं नहीं कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर की भी लगातार अवहेलना की जा रही हैं। ऐसे में बचाव कैसे होगा।


मंगाए गए वैक्सीन, अब तक नहीं पहुंचे।
बता दें कि दून ही नहीं प्रदेश में वैक्सीनेशन की कोई भी साइट नहीं चल पा रही है। इसका कारण वैक्सीन न होना है। 31 मार्च को प्रदेश में कुल 78 लोगों की वैक्सीनेशन हुई थी। जिनमें 15 देहरादून से, 14 हरिद्वार से 1 -1 नैनीताल व पौड़ी से व 45 उधमसिंहनगर में वैक्सीनेशन हुई थी। इसके बाद से अब तक बीते 13 दिनों से किसी भी सेशन साइट्स में वैक्सीनेशन नहीं हो पा रही हैं। हालांकि डब्ल्यूएचओ की साइट्स के अनुसार प्रदेश में इन दिनों दो प्राइवेट हर्ॉिस्पटल में वैक्सीनेशन हो रही है। जिनमें एक एसएमआई हॉस्पिटल व ऋषिकेश स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं।


बढ़ रहे कोरोना के मामले, मास्क और सेनिटाइजेशन भी फिसड्डी
दून में इन दिनों कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। लेकिन, बार बार स्वास्थ्य विभाग व जिलाधिकारी के कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर अपनाने के निर्देश के बाद भी हॉस्पिटल से लेकर रेलवे स्टेशन समेत तमाम भीड़ भाड़ वाले इलाकों में लोग मास्क व सेनेटाइजर से बच रहे हैं। केवल स्कूलों में ही मास्क व सेनेटाइजेशन अनिवार्य किया गया है। लेकिन, अन्य भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बिना मास्क के अधिकतर लोग नजर आ रहे हैं।

वर्जन - :
हमारी ओर से लगातार भारत सरकार से वैक्सीन मांगी जा रही है। लेकिन, इसके बाद भी वैक्सीन नहीं मिल रही है। ऐसे में सेशन साइट्स चलाने का कोई लाभ नहीं हैं। हालांकि दो प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन जारी हैं। यहां इसके लिए पैसे देने होंगे।
डॉ। अर्जुन सेंगर, स्टेट इम्युनाइजेशन ऑफिसर

Posted By: Inextlive