Dehradun News: हिंदी सिर्फ भाषा नहीं, हमारे राष्ट्र की आत्मा है- सीएम
देहरादून (ब्यूरो) हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सीएम ने हिंदी भाषा के उत्थान और संवर्धन के लिए अहम योगदान देने वाले लोगों का आभार व्यक्त किया। कहा, हिंदी एक भाषा का उत्सव नहीं बल्कि हमारी संस्कृति के गौरव का अवसर है। हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है। हिंदी ने हमारे समाज को जोड़ा है और हमारी सभ्यता को समृद्ध किया है। विश्व पटल पर हिंदी ने हमें विशेष स्थान दिलाया है। हिंदी केवल हमारे लिए संवाद का माध्यम नहीं है बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक भी है। हिंदी ने विविधता से भरे हमारे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। सहजता, सरलता और सामर्थ्य से परिपूर्ण हिंदी में समन्वय की अद्भुत क्षमता है।
17 साहित्यकारों को अनुदान
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भाषाओं और परंपराओं के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड गौरव सम्मान के तहत उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मानित किया जाता है। उत्तराखंड भाषा संस्थान की ओर से कई भाषाओं में ग्रंथ प्रकाशन के लिए वित्तीय सहायता योजना के तहत 17 साहित्यकारों को अनुदान प्रदान किया गया है, जो कि हमारे लेखकों के लिए भी प्रेरणा है। सीएम ने कहा कि भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने भाषा संस्थान की ओर से सीएम का आभार व्यक्त किया, कहा जो भी प्रस्ताव भाषा संस्थान की ओर से भेजे गए, उन्हें तत्काल स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि गत दिनों सीएम से साहित्य भूषण पुरस्कार की धनराशि 5 लाख रुपये करने का अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने स्वीकृति प्रदान की है। राज्य में यह पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा। इस मौके पर विधायक खजान दास, साहित्यकार व पूर्व कुलपति डा।सुधा रानी पांडे, दून विवि की कुलपति प्रो सुरेखा डंगवाल, सचिव विनोद रतूड़ी, भाषा संस्थान की निदेशक स्वाति भदौरिया उपस्थित थे।