परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण दून के सवा लाख व्हीकल ओनर परेशान हैैं. वाहनों के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अवेलेबल न होने के कारण दून से बाहर निकलते ही उन पर चालान की तलवार लटकी है. पुराने वाहनों के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट तैयार करने वाली फर्म का कॉन्टेक्ट 5 महीने पहले खत्म हो गया है जिसे परिवहन विभाग ने रिन्यू नहीं किया. ऐसे में यह लापरवाही व्हीकल ओनर्स पर भारी पड़ रही है. दून में भले ही उन्हें चालान से रियायत मिल रही हो लेकिन दूसरे प्रदेशों का रुख करते ही पुलिस उनके चालान कर रही है. व्हीकल ओनर्स ने मामले की शिकायत सीएम पोर्टल तक पहुंचा दी है लेकिन एक्शन नहीं हो रहा.

देहरादून(ब्यूरो)। 2019 से पूरे देश में सभी वाहनों पर सिर्फ हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट होना कंपल्सरी है। ऐसा न होने पर चालान या फिर सीजर की कार्रवाई हो सकती है। दून में चूंकि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अभी नहीं बन पा रही हैैं, ऐसे में यहां पुलिस और परिवहन विभाग रियायत दे रहा है। लेकिन, यह तर्क दून से बाहर दूसरे प्रदेशों में मान्य नहीं हैै, वहां चालान होना तय है। ऐसे में हजारों व्हीकल ओनर अपना वाहन लेकर प्रदेश से बाहर नहीं निकल पा रहे। वे लगातार नंबर प्लेट के लिए चक्कर काट रहे हैैं।

विभाग की लापरवाही इनपर भारी
केस-1
डीएल रोड निवासी राजेन्द्र हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगाने के लिए आरटीओ के चक्कर काटते रहे। लेकिन, नंबर प्लेट नहीं बदली। इस बीच किसी काम से उन्हें दिल्ली जाना पड़ा, लेकिन प्रॉपर नंबर प्लेट न होने पर वहां चालान कट गया। अब वे चालान जमा करने के लिए चक्कर काट रहे हैैं।

केस- 2
परवल निवासी अमित दो माह से नंबर प्लेट के लिए आरटीओ के चक्कर काट रहे हैैं। उन्हें हर बार खाली लौटना पड़ रहा है। हर बार उन्हें अगले महीने आने की सलाह दी जा रही है। ऐसे करते करते 5 महीने निकल गए। अब अपनी फरियाद उन्होंने सीएम पोर्टल पर रजिस्टर्ड की है। हालांकि, एक्शन नहीं हुआ।

केस- 3
वृदावंन कॉलोनी मंदाकिनी विहार निवासी गोल्डी रावत भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए परेशान हैैं। कई बार काम से दून से बाहर वाहन लेकर निकलना पड़ता है, ऐसे में प्रॉपर नंबर प्लेट न होने से मोटे चालान या गाड़ी सीज होने का खतरा है। सीएम पोर्टल पर शिकायत की है।

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट क्या है
इस नंबर प्लेट पर कई सिक्योरिटी फीचर्स हैैं। इसपर लगे होलोग्राम से व्हीकल इंजन और चेसिस की जानकारी मिल जाती है। नंबर प्रेशर मशीन से लिखे जाते हैैं, ऐसे में इनमें छेड़छाड़ की गुंजाइश नहीं है। प्लेट व्हीकल से पिन लॉक्ड होती है। व्हीकल की सारी डिटेल नंबर प्लेट पर होती है।

Posted By: Inextlive